नई दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लड़कियों के कौशल विकास पर जोर देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना से समाज में बड़ा बदलाव आया है। ईरानी ने मंगलवार को यहां अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यशाला – ‘बेटियां बने कुशल’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि लड़कियों के कौशल विकास के लिए सरकार के विभिन्न विभागों और वित्त मंत्रालय के बीच व्यापक स्तर पर समन्वय और सहयोग की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण के लिए लड़कियों को गैर पारंपरिक कौशल विकास की ओर बढ़ना होगा। कार्यशाला का आयोजन महिला और बाल विकास मंत्रालय ने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय तथा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के साथ मिलकर किया था। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई, मंत्रालय में सचिव इंदेवर पांडे तथा विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। ईरानी ने कहा कि प्रधान मंत्री ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समान अवसरों के साथ लड़कियों को सशक्त बनाने की दिशा में काम करने के लिए विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वय और सहयोग पर जोर दिया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर लड़कियों और महिलाओं को सशक्त नहीं बनाया गया तो देश आगे नहीं बढ़ सकता। उन्होंने कहा कि सरकार ने लैंगिक रूढ़िवादिता के बावजूद लड़कियों को अपनी पसंद का व्यवसाय करने के लिए हमेशा प्रोत्साहित और सशक्त किया है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय स्कूल के बाद शैक्षणिक धाराओं को चुनने के लिए लड़कियों को परामर्श देने और बाल देखभाल संस्थानों में उनकी वित्तीय स्वतंत्रता और सशक्तिकरण को सुविधाजनक बनाने के लिए कौशल सेट उपलब्ध कराने की दिशा में भी काम करेगा। (वार्ता)