उमेश तिवारी
काठमांडू/नेपाल । चीन में कोरोना महामारी से कोहराम मचा हुआ है। धीरे-धीरे चीन के कई शहर कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। अस्पतालों से लेकर कब्रिस्तानों में लंबी कतारें लगी हैं। इस बीच कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए चीन ने एक बार फिर से बॉर्डर को सील करना शुरू कर दिया है। युन्नान प्रांत में म्यांमार से सटे रुइली शहर में सीमा पार करने वालों पर नजर रखी जा रही है बॉर्डर पार करने वालों पर नजर रखने के लिए कैमरे और अलार्म लगा दिए गए हैं।
चीन में महामारी की रोकथाम और नियंत्रण नीतियों के आधार पर रूट मैनेजमेंट और नियंत्रण को निर्धारित प्रावधानों के अनुसार लागू किया जा रहा है। म्यांमार बॉर्डर से सटे रुइली सिटी में कैमरे और अलार्म लगाने के साथ-साथ मोशन सेंसर और इलेक्ट्रिफाइड फेंसिंग भी लगाई गई है। स्थानीय नगरपालिका से जारी नोटिस के मुताबिक, क्रॉस-बॉर्डर पर आवाजाही को रद्द कर दिया गया है और सीमा पार परिवहन में लगे ड्राइवरों को कानूनी और वैध दस्तावेज रखने की जरूरत पर जोर दिया गया है।
कोरोना विस्फोट के बाद बॉर्डर सील
चीन में कोरोना विस्फोटक रूप ले चुका है । कोरोना के मामलों में आई काफी तेजी के बाद चीनी लोगों को भागने से रोकने के लिए शी जिनपिंग की सरकार सख्ती दिखा रही है। @songpinganq नाम से एक ट्विटर हैंडल के जरिये एक वीडियो शेयर किया गया है। इसमें चीनी सैनिक चीन और म्यांमार के बीच बॉर्डर के करीब लोगों को आने से रोकने के लिए बैरिकेट्स लगाते हुए दिख रहे हैं।
2021 में भी सील हुई थी सीमा
रुइली चीन के दक्षिण-पश्चिम में है, जो म्यांमार के साथ सीमावर्ती शहर है। रुइली पोर्ट चीन में दुनिया के लिए खुलने वाले बंदरगाहों की पहली कैटेगरी में से एक है और म्यांमार में चीन के व्यापार के लिए सबसे बड़ा बंदरगाह भी है। इससे पहले 2021 में भी चीन ने अपनी सीमाएं सील कर दी थीं। दूसरे देशों से गैरकानूनी तरीके से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाने के लिए सीमा पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई थी।