शानो शौकत की चाह में छात्र बन रहे जालसाज
माता -पिता के सपनों की दुश्मन बनीं बच्चों की भटकती राहें
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। अपने बच्चों पर ही माता – पिता की उम्मीदें टिकी होती है। उनका कैरियर संवारने में वे अपनी जीवन भर की गाढ़ी कमाई लगा देते हैं, लेकिन उनकी भटकती राहें सपनों की दुश्मन बन जाती है। राजधानी लखनऊ में लूट, टप्पेबाजी या फिर जालसाजी की कुछ घटनाओं के खुलासे के बाद ग्रेजुएशन छात्रों की शक्ल हाईटेक जालसाजों के रूप उभरी तो पुलिस अफसर भी हैरत में रह गए। हाईटेक जीवन शैली और सुख सुविधा की चाह में इन लड़कों की मेधा गुनाहों के दलदल में फंस गई। भरोसा नहीं होता कि जिनके हुनर को मुकाम हासिल होने से समाज में बदलाव की हवा बहती है, वही अपराध की अंधेरी गलियों में गुमराह हो गए हैं।
मड़ियांव पुलिस ने रविवार को छह लोगों को गिरफ्तार किया तो पता चला कि इनमें सिर्फ अनपढ़ नहीं बल्कि लॉ के छात्र हैं। DCP उत्तरी कासिम आब्दी के निर्देशन में क्राइम टीम और इंस्पेक्टर मड़ियांव ने अयोध्या जिले के खंडासा निवासी सचिन तिवारी, अंबेडकर नगर निवासी अभिषेक दुबे, बख्शी का तालाब निवासी शुभम्, विकास यादव, इटौंजा निवासी धर्मवीर व रवीन्द्र यादव गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की पता चला कि गिरोह का सरगना सचिन और अभिषेक दुबे सिटी लॉ कॉलेज के छात्र हैं।
इस गिरोह ने फ्लिपकार्ट कंपनी के पूर्व डिलीवरी बॉय के साथ मिलकर फर्जी सिम से फर्जी नाम पते पर सामान मंगवाने के बाद टैबलेट या फिर अन्य सामान वाले डिब्बे में भीगा कागज़ भर देते थे। हाईटेक जालसाजों ने 23 से 26 सितंबर के बीच फर्जी नाम पते पर 50 से अधिक ऑडर किए थे। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि महंगी शौक और नशे की लत ने इनको गलत राह पर धकेल दिया।