Sanatan Dharma
आदि गुरु शंकराचार्य जयंती आज, हिंदुत्व को दोबारा इन्होंने किया था स्थापित
एक ऐसा गुरू, जिसने मंद पड़ चुकी हिंदुत्व की गाड़ी को दोबारा दौड़ाया सरपट जयपुर से राजेंद्र गुप्ता आद्य शंकराचार्य एक महान हिन्दू दार्शनिक एवं धर्मगुरु थे। आदि शंकराचार्य जी का जन्म 788 ईसा पूर्व केरल के कालड़ी में एक नंबूदरी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। इसी उपलक्ष्य में वैशाख मास की शुक्ल पंचमी के […]
Read Moreघर में शंख रखने और बजाने के ये हैं ग्यारह आश्चर्यजनक लाभ!
डॉ उमाशंकर मिश्र पूजा-पाठ में शंख बजाने का चलन युगों-युगों से है। देश के कई भागों में लोग शंख को पूजाघर में रखते हैं और इसे नियमित रूप से बजाते हैं। ऐसे में यह उत्सुकता एकदम स्वाभाविक है कि शंख केवल पूजा-अर्चना में ही उपयोगी है या इसका सीधे तौर पर कुछ लाभ भी है! […]
Read Moreक्या है शरद पूर्णिमा की कथा और क्यों किया जाता है व्रत
आख़िर साधकों, सन्यासियों और गृहस्थों को क्यों रहता है इस दिन का इंतज़ार… पंडित आशीष द्विवेदी रुधौली (बस्ती)। पूर्णिमा के व्रत का सनातन धर्म में बहुत महत्व है। हर महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि पर व्रत करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। मां लक्ष्मी और श्रीहरि की […]
Read More“पितृपक्ष” पर विशेष : जीवात्मा क चंद्रलोक से ऊपर पितृलोक में प्रतिष्ठित करे खातिर श्रद्धा से श्राद्ध करल बा जरूरी,
- Nayalook -
- September 11, 2022
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लखनऊ। सनातन धर्म संस्कृति में आश्विन कृष्ण पक्ष यानी पितृपक्ष क बड़ा महत्व होला। अइसन कहल जाला कि इ १६ दिन में पितर लोगन के खातिर श्राद्ध, तर्पण अउरी पिंडदान आदि कइल सबकर कर्तव्य ह। जवन भी लोग अपने पितर लोगन के नाम पर श्राद्ध, तर्पण अउरी पिंडदान आदि नाहीं करेले उनके सनातन हिन्दू नाहीं […]
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