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लिंग में तनाव नहीं होता, घबराए नहीं …ये उपाय करें
नया लुक संवाददाता लखनऊ। स्वस्थ दाम्पत्य जीवन के लिए संतुष्ट सेक्स लाइफ का होना बहुत ही जरूरी है और बिना सवस्थ लिंग के सेक्स का मजा नहीं लिया जा सकता। आज के तनाव भरे जीवन और तेज रफ्तार जिन्दगी में ज्यादातर लोग सेक्स की समस्या से परेशान हैं। इससे घबराकर वह नीम-हकीमों के पास या […]
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गुलाब : एक सृष्टि का आत्मतत्व है स्त्री और स्त्री तत्व का प्रतिनिधि स्वरूप है गुलाब
सृष्टि का आत्म तत्व स्त्री है। इसी स्त्री तत्व की ऊर्जा से सब कुछ गतिमान है। सनातन इसी को शक्ति के स्वरूप में पूजता है। स्त्री तत्व का प्रतिनिधि स्वरूप है गुलाब। गुलाब केवल पुष्प की कोई प्रजाति नहीं है। वस्तुतः यह सृष्टि का आकार स्वरूप है जिसमें इसके पूरे शरीर की अवधारणा स्पष्ट है। […]
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अनुपमा के आने वाले एपिसोड्स में काफी इमोशनल ड्रामा देखने को मिलेगा: शिवम खजूरिया
मुंबई। स्टार प्लस का लोकप्रिय सीरियल अनुपमा में प्रेम का किरदार निभा रहे शिवम खजुरिया ने कहा कि इस शो में आने वाले एपिसोड्स में दर्शकों को काफी इमोशनल ड्रामा देखने को मिलेगा। शिवम खजुरिया ने कहा, शो अनुपमा का लेटेस्ट प्रोमो एक झलक देता है, उस दमदार ड्रामा की, जो अनुपमा, राही और प्रेम […]
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प्यार और विश्वास के आगे हार गई नक्सल हिंसा: जहां कभी बन्दूकें गूंजती थी, अब वहां गूंज रही शहनाई
के बस्तर अंचल के घने जंगलों में माओवादी हिंसा की जगह अब प्रेम और विश्वास की नई इबारत लिखी जा रही है। माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्य धारा से जुड़ने वाले महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के समक्ष परिणय सूत्र में आबद्ध होकर वैवाहिक जीवन की नई शुरूआत की […]
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प्यार…शादी…सुहागरात और फिर फुर्र… लुटेरी दुल्हन की कारस्तानी सुनकर दांतों तले दबा लेंगे उंगली
छह लोगों से शादी और सुहागरात की कहानी पूरी कर चुकी थी पूनम सातवें शिकार को हुआ शक तो शंकर ने पुलिस के साथ खोल दी पोल वो प्यार करती है। रोमांटिक अदा से अपना दीवाना बना लेती है। शादी भी उसके बायें हाथ का खेल है। वो झट से दुल्हन भी बन जाती है। […]
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पं. सीताराम त्रिपाठी के श्लाघ्य सार्वभौमिक जीवन सोपान
व्यक्ति अपने जीवन में कर्मों और विचारों से ही जाना जाता है। सभी अपना-अपना सत्य जीने के आग्रही हैं लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो शाश्वत सत्य को जीते हैं। मेरे पिताश्री पंडित सीताराम त्रिपाठी शाश्वत सत्य को जीते थे और अपने मन-कर्म और वचन से भी वह शाश्वत सत्य को आत्मसात कर कोई […]
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