- इनवेस्ट यूपी को एक और ACEO मिली, प्रेरणा शर्मा पहुँची औद्योगिक विभाग
- DKS कुशवाहा बने रेशम निदेशक, साइड लाइन चल रहे टीके शिबु को बहुत दिनों बाद मिली विभागाध्यक्ष की ज़िम्मेदारी
नया लुक संवाददाता
उत्तर प्रदेश में निवेश का ‘चीफ़ डेस्टिनेशन’ बनकर उभरे यमुना अथारिटी के जिस भी अफ़सर का तबादला कहीं होता है, वो वहाँ रुकने के लिए हाड़तोड़ मेहनत करता है। अधिकांश बार सरकार को ही अपना फ़ैसला बदलना पड़ता है और उसके ट्रांसफ़र आर्डर को निरस्त करना पड़ता है। इसी सूची में एक और आदेश जुड़ गया। कुछ दिनों पहले ACEO की कुर्सी से हटाकर चित्रकूट में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) बने राजेश कुमार का फ़ैसला भी सरकार को वापस लेना पड़ा। राजेश फिर से यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में तैनात रहेंगे। उनकी जगह उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में बतौर उप सचिव तैनात देवी प्रसाद पाल को चित्रकूट का नया CDO बनाया गया है।
यूपी सरकार ने आज पाँच अफ़सरों का तबादला कर दिया। प्रेरणा शर्मा को सरकार ने विशेष सचिव उद्यान के पद से हटाकर औद्योगिक विकास विभाग में विशेष सचिव की ज़िम्मेदारी सौंपी है। साथ ही उन्हें निवेश यूपी में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी नियुक्त किया है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में निवेश लाने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहे सीईओ विजय किरण आनंद की टीम में एक और तेज-तर्रार अफ़सर की पोस्टिंग हो गई। आज हुए तबादलों की बात करें तो देवेंद्र कुमार सिंह कुशवाहा को विशेष सचिव रेशम विभाग के साथ-साथ रेशम निदेशालय का निदेशक की ज़िम्मेदारी भी सौंपी है। यह पहली बार है जब उन्हें कहीं विभागाध्यक्ष की कुर्सी मिली है। वहीं साल 2012 बैच के अधिकारी टीके शिबु को विशेष सचिव एपीसी ब्रांच के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण विभाग का विभागाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बरसों बाद शिबु को HOD की कुर्सी मिली है।
क्यों अथॉरिटी नहीं छोड़ना चाहते अफ़सर
नोएडा, ग्रेटर नोएडा के बाद यमुना अथॉरिटी भी अब अफ़सरों की तैनाती की मनपसंद जगह बन गई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की इन तीनों अथारिटी में ज़मीनों की बड़ी-बड़ी फ़ाइलें आती-जाती हैं। किसानों के मुआवज़े की फ़ाइलें भी यहीं से क्लियर होती हैं। जानकारों का कहना है कि जब बड़ी-बड़ी फ़ाइलें यहाँ-वहां होंगी तो वहाँ रहने वालों को अतिरिक्त लाभ मिलने की गुंजाइश हो जाती है। इसी गुंजाइश का फ़ायदा उठाने के लिए अफ़सरों को यहाँ रहना बेहद पसंद आता है।
