- आतंकी संगठनों ने बिछाया है देश भर में जाल
- तीन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद सच आया सामने
- ATS टीम जुटा रही अहम जानकारियां, कितने और शामिल हैं इस गिरोह में
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। आतंक निरोधक दस्ते की तफ्तीश से मिले संकेतों पर अगर भरोसा करें तो RSS कार्यालय सहित कई प्रमुख स्थान आतंकियों के निशाने पर था, लेकिन समय रहते धर लिए गए। सूत्र बताते हैं कि पुलिस पकड़े गए आतंकियों के साथी और कौन-कौन लोग हैं इसके बारे में खुफिया एजेंसी नजरें गड़ा दी है और उम्मीद है कि वह भी बहुत जल्द सलाखों के पीछे होंगे।
ATS टीम ने ISI संगठन से ताल्लुक रखने वाले तीन आतंकियों को रविवार को हैदराबाद निवासी डॉ अहमद मोहियुददीन सैयद, जबकि शामली निवासी आजाद सुलेमान शेख व लखीमपुर-खीरी निवासी सुहैल सलीम ख़ान ने एटीएम की पूछताछ में कई अहम राज उगले हैं।
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ATS टीम को इनके पास से अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा बरामद किया तो इससे यही लगा कि इनके इरादे ठीक नहीं थे। जो भी हथियार इनके पास से मिले बहुत ख़तरनाक बताए जा रहे हैं। लखनऊ या फिर यूपी का कई शहर खुशकिस्मत रहा क्योंकि गिरफ्तार आतंकी संगठन कहीं भी कुछ कर सकता था। लिहाजा समय रहते एटीएस टीम ने इन्हें धरदबोचा। ATS के DIG सुनील जोशी के मुताबिक गिरफ्तार तीनों आरोपी खूंखार आतंकी हैं और इनका तार सिर्फ यूपी नहीं बल्कि देश के कोने-कोने में फैले होने की बात सामने आ रही है, जिनके बारे में गहनता से जानकारी एकत्र की जा रही है।
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उन्होंने बताया कि यह भी जानकारी मिली है कि यूपी के रहने वाले दोनों संदिग्धों ने राजस्थान राज्य के हनुमानगढ़ से हथियार का जुगाड़ करते थे। यह भी बताया जा रहा है कि इनका इरादा इतना खतरनाक है कि दिल्ली की आजाद मंडी, अहमदाबाद के कई धार्मिक स्थल के अलावा RSS के ब्रांचों पर भी निशाना साधने की तैयारी थी। एटीएस के डीआईजी के मुताबिक सुरक्षा को देखते हुए प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
