‘देश में शराब की खपत में चिंताजनक वृद्धि’

नई दिल्ली। उपभोक्ताओं के हितों के लिए काम करने वाले स्वैच्छिक संगठन कंज्यूमर वॉयस ने देश में 2005 से 2016 के बीच प्रति व्यक्ति शराब की खपत 2.4 लीटर से बढ़कर 5.7 हो जाने पर गुरुवार को चिंता व्यक्त करते हुए इसका सेवन विनियमित करने के लिए सरकार को अपनी सिफारिशें की हैं। कंज्यूमर वॉयस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशीम सान्याल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत में 15 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में शराब की खपत सबसे अधिक वृद्धि देखी जा रही है।

हम शराब की प्रति व्यक्ति खपत और इसके परिणामों के बारे में चिंतित है। उन्होंने कहा कि देश में शराब की खपत कम करने के लिए केन्द्रीय नीति नहीं है। देश में शराब के सुरक्षित तरीके से उपभोग पर कोई दिशा-निर्देश नहीं हैं। शराब पर भारी कर से मिलने वाले राजस्व को देखते हुए राज्य अल्कोहल आधारित पेय उद्योग को दुधारु गाय के रूप में देखते हैं। शराब नियंत्रण की जिम्मेदारी आबकारी विभाग के पास है,इसलिए सरकार को शराब की खपत कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को इस कार्य में शामिल करने की आवश्यकता है।

सान्याल ने कहा कि सरकार शराब नीतियां बनाते समय स्वास्थ्य की उच्च स्तरीय और सामाजिक देखभाल लागतों को शामिल करने के लिए व्यापक सामाजिक पहलुओं पर विचार करे। उन्होंने कहा कि उनके संगठन ने भारत में शराब सेवन पर एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें कहा गया है कि देश में ज्यादा अल्कोहल वाली शराब की प्रति व्यक्ति औसत सालाना खपत 13.5 लीटर शुद्ध शराब के साथ दुनिया में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि आम तौर पर अधिक शराब पीने वाले कम मादक पेय पदार्थों के बजाय उच्च मादक पेय पदार्थों का सेवन करते हैं।

देश में शराब पीने के पैटर्न से यह संकेत मिलते हैं कि लोग ‘नशे की लत में’ पीते हैं। संगठन का कहना है कि दिन में 60 ग्राम से अधिक शुद्ध शराब की खपत भारी मादक उपभोग की श्रेणी में आती है। दुनिया के 144 देशों में इस तरह का उपभोग कम हुआ है। नौ देशों में उपभोग का स्तर अपरिवर्तित है जबकि भारत उन देशों में शामिल है जहां इसकी वृद्धि हो रही है। सान्याल ने कहा कि इन तथ्यों को देखते हुए शराब के सेवन को विनियमित करना अत्यंत आवश्यक है जिससे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो। (वार्ता)

National Politics

देश के अंदर नक्सलवाद और आतंकवाद का कारण बनीं कांग्रेस की नीतियांः सीएम योगी

अपने सरकारी आवास पर मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले- कांग्रेस दिशाहीन थी, अब नेतृत्व विहीन भी हो गई है कांग्रेस के नेता भारत की सभ्यता, संस्कृति को अपमानित करने का करते हैं प्रयासः सीएम महाराष्ट्र दौरे पर जाने से पहले सीएम ने कहा, वहां की राष्ट्रवादी जनता मोदी जी को तीसरा कार्यकाल देने […]

Read More
National

DPI के जरिये लोगों को सशक्त कर रहा भारत बना दुनिया के लिए प्रेरणास्त्रोत

नई दिल्ली। भारत डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) पर न केवल अपने नागरिकों को सशक्त कर रहा है, बल्कि वह दुनिया भर के अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा का एक स्त्रोत बनकर उभरा है। इसकी झलक पिछले हफ्ते देखने को मिली, जब भारत ने डीपीआई पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की। यह पहला मौका था, […]

Read More
Chhattisgarh National Religion

विशेष: रामनवमी के पावन अवसर पर रामनाम को पूर्णतया समर्पित, “रामनामी” संप्रदाय का जिक्र बेहद जरूरी

शाश्वत तिवारी छत्तीसगढ़ के जांजगीर के एक छोटे गांव चारपारा से स्थापित हुआ “रामनामी” संप्रदाय भले ही बहुत बड़ी संख्या के अनुयायियों वाला न हो, फिर भी जो है, जितना है, वह अद्भुत है। इस संप्रदाय के लोग पूरे शरीर पर राम नाम का गोदना गोदवा कर रहते हैं। शरीर पर सफेद वस्त्र पहनते हैं, […]

Read More