
ए अहमद सौदाग
लऊखन। चिनहट क्षेत्र के मटियारी चौराहे के पास स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में सेंध लगाकर हुई करोड़ों रुपए की चोरी के मामले में DCP पूर्वी शशांक सिंह ने एक साथ तेरह पुलिसकर्मियों को लाइन का रास्ता दिखाया तो मानो पूर्वी क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों को सांप सूंघ गया और चर्चा का विषय भी बन गया
DCP पूर्वी की जांच-पड़ताल में सामने आया कि इंडियन ओवरसीज बैंक कांड में कुछ लालची वर्दीधारी शामिल हैं।
इंडियन ओवरसीज बैंक से चोरी हुए जेवरात के मामले में षड्यंत्र के तहत खुद की जेब रखने वाले लालची पुलिसकर्मियों के चेहरे से डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने नकाब उतार दिया है।
दर्जनभर पुलिसकर्मी लाइन हाजिर हुए और कुछ और पुलिसकर्मियों की घेराबंदी चल रही है।
इसके अलावा सूत्र बताते हैं कि ओवरसीज बैंक कांड का खुलासा कर आरोपी को ढेर करने वाली पुलिस टीम में शामिल कई पुलिस वालों के नाम DCP पूर्वी की सूची में दर्ज है, जिन पर कभी भी गाज गिर सकती है। एनकाउंटर और आरोपियों की धर-पकड़ और बरामद जेवरात के बटवारे में इनकी गर्दन भी जरूर नप सकती है क्योंकि डीसीपी पूर्वी ने पूरे मामले को बेनकाब कर दागी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया साथ ही विभागीय जांच किए जाने के निर्देश दिए हैं।
वैसे तो लखनऊ के चिनहट इलाके में हुई बैंक लूट का खुलासा हो चुका है, लेकिन अब इस खुलासे में कुछ पुलिसवाले ही घिरते नजर आ रहे हैं। दरअसल, लूटे गए गोल्ड की बरामदी में पुलिस टीम की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। आरोप है कि पुलिसवालों ने बरामद गोल्ड का काफी हिस्सा अपने पास ही रख लिया. ऐसे में डीसीपी ने 13पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इसकी भनक लगते ही डीसीपी पूर्वी का पारा चढ़ गया और तेरह पुलिसकर्मियों को लाइन का रास्ता दिखा दिया।
सनद रहे कि चिनहट क्षेत्र के मटियारी चौराहे के पास स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के 42लॉकर काटकर करोड़ों की लूट के मामले के खुलासे में पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। जिसके बाद DCP पूर्वी शशांक सिंह ने 13पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करते हुए उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। डीसीपी ने पूरी स्वाट टीम को भंग कर दिया है।