आज से शुरू हो जाएगा होली पर्व, ज्ञान की देवी की ऐसे करें पूजा

ज्योतिष आचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा

माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। इस दिन से वसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विद्या, ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती की पूजा का विधान है। बसंत पंचमी को बागीश्वरी जयंती और श्रीपंचमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मांगलिक कार्य जैसे- विद्या आरंभ करना, नया कार्य शुरू करना, अन्नप्राशन संस्कार, गृह प्रवेश आदि शुभ काम करना फलदायी होता है। इसके अलावा, विवाह के लिए भी इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है।

बसंत पंचमी तिथि और मुहूर्त

बसंत पंचमी तिथि : आज 14 फरवरी 2024 बुधवार को संध्या समय 05:40 तक रहेगी।

पूजा का शुभ मुहूर्त : सुबह 06:30 बजे से सुबह 09:00 तक

अमृत का चौघड़िया : सुबह 09:00 से सुबह 10:30 तक

शुभ का चौघड़िया : सुबह 10:30 से सुबह 12:30 तक

शुभ योग में मनाई जाएगी बसंत पंचमी : आज बसंत पंचमी पर्व त्योहार पर “शुभ” नामक योग रहेगा रात्रि 1:08 तक। यह योग मांगलिक कार्यों के लिए अच्छा होता है।

बसंत पंचमी पूजा विधि

  • बसंत पंचमी के दिन सुबह स्नान आदि करके पीले या सफेद रंग के कपड़े पहने। उसके बाद सरस्वती पूजा का संकल्प लें।
  • फिर, पूजा स्थान पर मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करें। लेकिन उससे पहले भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें क्योंकि गणेश जी प्रथम पूज्य हैं और इसके बाद उनको फूल, अक्षत, धूप, दीप आदि अर्पित करें।
  • अब मां सरस्वती को गंगाजल व दूध से स्नान कराएं और फिर उन्हें पीले वस्त्र पहनाएं।
  • इसके बाद देवी को पीले फूल, अक्षत, सफेद चंदन या पीले रंग की रोली, पीला गुलाल, धूप, दीप आदि अर्पित करें और मां शारदा को गेंदे के फूल की माला पहनाएं।
  • इस दिन मां सरस्वती को बेसन के लड्डू या कोई भी पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं।
  • अब सरस्वती वंदना व मंत्र से मां सरस्वती की पूजा करें। साथ ही, सरस्वती मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं।
  • पूजा के अंत में हवन और आरती करें।

बसंत पंचमी पर इन बातों का रखें ध्यान

  • इस दिन संभव हो तो पीले वस्त्र पहने क्योंकि ऐसा करना शुभ माना जाता है।
  • विद्यार्थियों को सरस्वती पूजा के दिन पुस्तकें, कलम, पेंसिल आदि की भी पूजा करनी चाहिए।
  • बसंत पंचमी के दिन सुबह उठते ही अपनी हथेलियों को जरूर देखें। माना जाता है कि मां सरस्वती हमारी हथेलियों में वास करती हैं।
  • बसंत पंचमी के दिन शिक्षा से संबंधित चीजों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है।

विद्या आरंभ के लिए बसंत पंचमी का दिन श्रेष्ठ रहेगा, अतः आप अपने बच्चों का आज शुभ मुहूर्त पर विद्या आरंभ संस्कार कर सकते हैं। आज के दिन प्रत्येक विद्यार्थी जो विद्या अध्ययन कर रहा है मां सरस्वती की विशेष पूजा करने चाहिए आज बहुत अति विशिष्ट मुहूर्त है आज के दिन जो भी सरस्वती जी की पूजा करेगा उसके जिंदगी में उन्नति का प्रगति का रास्ता खुलेगा।

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