दूसरों की सुरक्षा करने वाला बना खूनी
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। न कानून का डर, न मुकदमा लदने का खौफ और न ही अफसरों का… सीधे दिलो-दिमाग में खून सवार।
हमेशा की तरह सोमवार को भी मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस सवारी लादकर दनदनाते हुए चल रही थी। ट्रेन के भीतर कुछ यात्री गहरी नींद में थे तो कुछ जाग रहे थे कि इसी दौरान असलहे से लैस आरपीएफ का जवान यात्रियों को मुस्तैद नजर आया, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि जिसे देख वह खुद को सुरक्षित समझ रहे हैं और वही अपने अफसर और तीन यात्रियों के लिए काल बन जायेगा। बेखौफ दागी आरपीएफ के जवान चेतन सिंह ने सर्विस रायफल से पहले अपने एएसआई टीकाराम मीणा के सीने में गोलियों की बौछार कर मौत की नींद सुला दिया फिर ट्रेन में सफर कर रहे तीन यात्रियों के सीने में गोलियों की बौछार कर मौत के घाट उतार दिया।
इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने भले ही क़ातिल को पकड़ लिया, लेकिन इस घटना ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह कोई नई घटना नहीं है। दागी पुलिसकर्मियों ने तो कई बार कई संगीन घटनाओं को अंजाम देकर कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर चुके हैं। सिर्फ महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास की घटना नहीं, उत्तर प्रदेश में भी कई दागी पुलिसकर्मियों ने भी कई वारदातों को अंजाम देकर पुलिस महकमे को बदनाम कर चुके हैं।
,,, चलती ट्रेन में तड़तड़ाई गोलियां,,,
गौरतलब है कि सोमवार को जयपुर – मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में आरपीएफ जवान चेतन सिंह ने सर्विस रायफल से एएसआई टीकाराम मीणा सहित ट्रेन में सफर कर रहे तीन यात्रियों के सीने में गोलियों की बौछार कर मौत की नींद सुला दिया।