सीमा-सचिन : कोइ शरहद न इन्हें रोके

यशोदा श्रीवास्तव


लखनऊ। ग्रेटर नोएडा के जेवर सिविल कोर्ट से जमानत मिलने से खुश पाकिस्तान की सीमा हैदर ने कहा उसे अब सीमा सचिन के नाम से जाना जाय! उसके जिंदगी में को गुलाम हैदर भी था इसे वह भूल चुकी है। उसके चेहरे पर चमक थी। उसने कहा भी कि वह इतनी जल्दी जेल से बाहर आ जाएगी, उसे यकीन नहीं था। कहा,वह पाकिस्तान की है लेकिन अब भारत की बहू है। कोर्ट ने उसे बिना इजाजत कहीं भी जाने पर रोक लगा दी है। लेकिन वह शीघ्र ही कोर्ट से इजाजत लेकर हरिद्वार गंगा नहाने जाएगी। भारत में अवैध रूप से रह रही सीमा को पुलिस ने उसके प्रेमी सचिन मीणा पिता नेत्रपाल के साथ कुछ रोज पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सीमा का भाई पाकिस्तान सेना में है और वह खुद भी नेपाल के रास्ते भारत आई थीं। इसके पहले उसके हफ्ता भर तक नेपाल में रहने की सूचना पर पुलिस और अन्य सुरक्षा अधिकारी चौकन्ना थे। उससे गहन पूछताछ की गई। अवैध वीजा के अलावा कुछ भी आपत्ति जनक न पाए जाने की स्थिति में रबपुरा थाने की पुलिस ने सचिन मीणा, उसके पिता नेत्रपाल और सीमा के खिलाफ विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 14 और भारतीय दंड संहिता की धारा 120 के तहत मुकदमा दर्ज कर तीन जुलाई को जेल भेज दिया था।

यह मामला अब न्यायालय के विचाराधीन है। सीमा और सचिन पर आगे का फैसला क्या होता है। इसके लिए इंतजार करना होगा लेकिन शरहद पार सीमा और सचिन की प्रेम कहानी किसी रोमांटिक फिल्म जैसा है। ऐसी फिल्म जिसे जब आप देखना शुरू करते हैं तो मन में यह डर बना रहता है कि यह जल्दी न खत्म हो जाय! यानि आप उस फिल्म का किसी भी रूप में हिस्सा भले न हों, उसमें गहराइयों तक डूब जाते हैं।  सीमा हैदर और सचिन मीणा की प्रेम कहानी को यदि फिल्माया जाय तो वह एक ऐसी ही फिल्म साबित होगी।

वर्ष 2019 में चार बच्चों की मां सीमा हैदर की पब्जी के जरिए नोएडा के सचिन मीणा से चैटिंग के जरिए प्यार हुआ था। परस्पर दो दुश्मन देशों के प्रेमी प्रेमिका की यह प्रेम कहानी इस बात से बेफिक्र कि उनका आपस में मिलना आसान नहीं है,उनका प्यार गहराता गया जो इस हद तक पंहुच गया कि सीमा न केवल चार बच्चों के बाप अपने पति गुलाम हैदर को छोड़ भारत सचिन के साथ रहने को ठान ली, उसने हिंदू धर्म भी कबूल करना सोच ली। सचिन के प्यार में पागल सीमा हैदर अपने पति गुलाम हैदर जखरानी से इतना बड़ा धोखा तब कि जब वह सउदी अरब जाकर अधिक से अधिक पैसा कमाकर अपनी पत्नी को खुश करने की कोशिश में था। सीमा गुलाम हैदर की दूसरी बीबी थी। सीमा  के कहने पर गुलाम हैदर ने अपनी पहली बीबी को तलाक दे दिया था। शादी के बाद वह पति के नाम से जोड़ कर सीमा गुलाम हैदर हो गई थी। भारत आकर अब वह सिर्फ सीमा है। सचिन मीणा के प्यार में पागल सीमा की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी कि उसने सचिन से मिलने के लिए अपना और बच्चों का पासपोर्ट बनवाया और दस मार्च को काठमांडू आ गई जहां सीमा और सचिन पहली बार रूबरू हुए। काठमांडू में  सचिन पहले से मौजूद था। यहां नया बस अड्डा के समीप एक होटल में दोनों हफ़्ता भर रहे। इस वादे के साथ कि दोनों शीघ्र ही शादी करके एक साथ इंडिया में रहेंगे, सीमा पाकिस्तान लौट गई और सचिन भारत अपने घर आ गया।

पाकिस्तान में कराची के मलीर कैंट थाने में सीमा और उसके चार बच्चों के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज है। उसका पति सउदी में अपनी पत्नी को पाने के लिए तड़प रहा है। सीमा अब ग्रेटर नोएडा के रबुपुरा के अंबेडकर कालोनी में रह रही है। सीमा के पाकिस्तान से भारत तक पंहुचने की कहानी बड़ा दिलचस्प और साहसपूर्ण है। रबपुरा पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से लंबी पूछताछ में उसने बताया उस हिसाब इस प्रेम कथा की शुरुआत कुछ इस तरह होती है लेकिन इसका अंत होना अभी शेष है क्योंकि प्रेम कहानी की यह फ़ाइल अब न्यायालय में है। दस मार्च को एक सप्ताह सचिन के साथ काठमांडू में रहने के बाद सीमा  दो माह बाद टूरिस्ट वीजा लेकर अपने चार बच्चों के साथ फिर नेपाल पंहुच गई। इस बार सचिन भारत में ही था। वह काठमांडू से पोखरा आ गई। यहां से दिल्ली वाली बस से वाया सोनौली वह भारत आ गई। भारत नेपाल की सीमा सोनौली में नेपाल से आने जाने वाली बसों में गहन तलाशी व पूछताछ होती है। सीमा का इस सघन जांच से बच निकलना बार्डर पर जांच एजेंसियों की चौकसी की पोल खोलता है।

बहर हाल बस से करीब 28 घंटे की उबाऊ यात्रा पूरी कर सीमा बच्चों के साथ 13 जून की रात यमुना एक्सप्रेस-वे पर फलैदा कट के पास उतर गई, जहां सचिन मीणा उसका इंतजार कर रहा था।  यहां से सचिन, सीमा और बच्चों को ग्रेटर नोएडा में रबूपुरा के अंबेडकर महोल्ले में ले गया। यहां सचिन ने गिरजेश नाम के व्यक्ति से एक कमरा किराए पर पहले से ले रखा था। मकान मालिक गिरजेश का कहना है कि, “सचिन हमारे कस्बे का है। वह 13 मई से चार पांच दिन पहले कमरा किराए पर लेने के लिए आया था। उसने कहा था कि उसकी कोर्ट मैरिज हुई है और वह अपने पत्नी और बच्चों के साथ कमरे में रहेगा। सचिन  घर के पास ही एक किराने की दुकान पर पिछले तीन साल से काम कर रहा था, जहां से वह दिन में अक्सर खाना खाने घर आ जाता था। इस दौरान सीमा ज्यादा तर घर के अंदर ही रहती थी। उसके पहनावे ओढ़ावे से सीमा के धर्म और नागरिकता को लेकर किसी को कोई शक नहीं हुआ।

वह पूरा मेकअप करती थी, बिंदी, सिंदूर लगाती थी साड़ी भी पहनती थी। एक रोज सचिन के पिता नेत्रपाल ने सचिन की पत्नी से मिलने की इच्छा जताई। बस्ती के बाहर कहीं दूर सचिन ने सीमा की मुलाकात अपने पिता से कराई। सीमा ने सचिन से शादी कर हिंदू रीति रिवाज से रहने की इच्छा व्यक्त की। नेत्रपाल ने कहा कि तुम्हारे बच्चों का रहन-सहन पाकिस्तान का है, यहां का रहन-सहन सीख लो तो हम सचिन से शादी करवा देंगे। 30 जून को सचिन के पिता नेत्रपाल कमरे पर आए और कोर्ट मैरिज करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सचिन पहले से बुलंदशहर गया हुआ है,तुम अपने कागजात लेकर बुलंदशहर कोर्ट चली जाओ। सीमा अपने चार बच्चों के साथ बुलंदशहर कोर्ट पहुंची, जहां सीमा और बच्चों के पासपोर्ट देखकर वकील के होश उड़ गए। कहा, “आप तो पाकिस्तान की रहने वाली हैं। आपकी शादी सचिन के साथ नहीं हो सकती। इसके बाद सीमा, सचिन और उनके पिता वापिस रबूपुरा आ गए।

सीमा और सचिन को डर हो गया कि अब ‘पुलिस को इस बात की जानकारी लग जाएगी और वे लोग पकड़े जाएंगे। 30 जून की रात को ही सीमा हैदर ने अपने बच्चों को साथ लिया, अपना सामान पैक किया और रबूपुरा से निकल गईं। इधर पुलिस को सीमा के बारे में जानकारी मिल गई, वह उसे तलाशने लगी। उसके पुस्तैनी घर से लेकर किराए पर रहने के ठिकानों पर पुलिस की दबास पड़ने लगी।  तीन जुलाई की रात करीब आठ बजे मुखबिर की सूचना पर रबूपुरा थाना अध्यक्ष सुधीर कुमार ने अपनी टीम के साथ हरियाणा में बल्लभगढ़ से सचिन और सीमा को उसके चार बच्चों सहित गिरफ्तार कर लिया।

जमानत मिलने के बाद ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा पहुंची महिला सीमा हैदर ने कहा कि मैंने सचिन से शादी कर ली है। गंगा नहाकर हिंदू धर्म अपनाऊंगी।  सीमा कह रही है कि पाकिस्तान में अगर कोई मुस्लिम महिला हिंदू से शादी कर लेती है तो उसे मार दिया जाता है। कहा कि वह काठमांडू पशुपतिनाथ मंदिर में सचिन से शादी कर चुकी है, हिंदू धर्म अपनाने के बाद वह समाज के बीच फिर से शादी करेगी। अपनी संछिप्त जेल यात्रा को भी उसने साझा किया। कहा, पुलिस हिरासत में और जेल में भी उसे कोई परेशानी नहीं हुई। उसके और उसके बच्चों के साथ सभी ने अच्छा व्यवहार किया। भारत में सीमा पर जेवर कोर्ट का फैसला क्या आता है यह बाद की बात है लेकिन सीमा खुद को भारतीय हिन्दू महिला के रूप में परिवर्तित कर चुकी है। उसका यही एक पहलू है जो उसे न्याय की उम्मीद जगाता है।

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