- पीड़ित परिवार की शिकायत पर डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने जाँच के आदेश दिये
- मातृ एवं शिशु रेफरल हॉस्पिटल में अव्यवस्था की मिली शिकायत
लखनऊ। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के शहीद पद स्थित मातृ एवं शिशु रेफरल हॉस्पिटल में गर्भवती के इलाज में गंभीर लापरवाही के आरोप लगे हैं। पीड़ित परिवार ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से शिकायत की है। डिप्टी सीएम ने प्रकरण को गंभीरता से लिया है। घटना की जांच के आदेश दिए हैं। 11 जून को जानकीपुरम निवासी 25 वर्षीय गर्भवती महिला को स्वास्थ्य संबंधी समस्या हुई। परिजन गर्भवती को लेकर लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में पहुँचे। परिजन का आरोप है कि इमरजेंसी में दो घंटे तक किसी भी डॉक्टर ने मरीज को नहीं देखा।
जबकि गर्भवती को भीषण दर्द और रक्तस्राव हो रहा था। इस दौरान कई बार डॉक्टरों से फरियाद की। पर, सुनवाई नहीं हुई। काफी देर बाद डॉक्टर आईं। जाँच के बाद मिसकैरेज की जानकारी दी। आरोप हैं कि बिना बेहोशी दिए, इलाज की प्रक्रिया की। इस दौरान मरीज दर्द से कराह रही थीं। लेबर रूम में गंदगी थी। डॉक्टर भी समय पर राउंड नहीं ले रही हैं। गड़बड़ियों से दुखी परिजन ने मरीज की छुट्टी करा ली। परिजन ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से शिकायत की। डिप्टी सीएम के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने संस्थान की निदेशक से रिर्पोट तलब की है। ब्रजेश पाठक ने कहा कि गर्भवती के इलाज में लापरवाही व अव्यवस्था की जाँच होगी। एक सप्ताह में जाँच पूरी कर रिपोर्ट दें। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
अवैध अस्पताल पर कार्रवाई के आदेश
फतेहपुर में प्रांशी अस्पताल के अवैध रूप से संचालन की सूचना सोशल मीडिया में वायरल हुई। डिप्टी सीएम ने प्रकरण का संज्ञान लेते हुए जाँच के आदेश दिए हैं। ब्रजेश पाठक ने कहा कि सीएमओ मामले की जाँच करेंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर जाकर अस्पताल के पंजीकरण समेत दूसरे कागजात देखें। मानकों को परखे। अवैध पाए जाने पर अस्पताल प्रशासन के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाए। सीएमओ तीन दिन के भीतर जाँच पूरी करें। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की संलिप्तता की भी जांच की जाएगी। यदि कोई संलिप्त पाया गया तो उनके विरुद्ध भी कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।