- एटा के अवागढ़ थाने का मामला, आज हो सकती है पूछताछ
- नवाहन चोरी समेत कई मामलों में वांछित है श्याम तिवारी
- नखबर छपने के बाद हुआ खुलासा
- नमामला लखनऊ के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा
लखनऊ । पुलिस अगर किसी पर मेहरबान हो जाये तो उसके क्या कहने। जी हां, यह वाकया साबित कर दिखाया है एटा के अवागढ़ थाना प्रभारी ने। जानकारी के मुताबिक रविवार रात को अवागढ़ निवासी श्याम तिवारी ने शराब पीकर स्थानीय शराब की दुकान पर बवाल करा, यही नहीं उसने पुलिस कर्मियों को भी वर्दी उतरवाने की धमकी दी। तो अवागढ़ पुलिस ने दुकान संचालक की 112 पर शिकायत किये जाने पर उसे घर से उठाकर रात में बंद कर दिया। लेकिन उसके बाद श्याम तिवारी के गुर्गों ने दुकानदार को कई बार धमका कर समझौता करा लिया और अलसुबह ही उसे थाने से छुड़ा लिया। अब जरा श्याम तिवारी की हकीकत भी जान लीजिये।
जानकारी के मुताबिक लखनऊ के अधिकारियों तक इस खबर का संज्ञान लिया गया है और वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को इस प्रकरण पर अवागढ़ थाने का प्रभार संभाल रहे एक पुलिस अधिकारी से पूछताछ करने का आश्वासन दिया है। सूत्रों की मानें तो इस श्याम तिवारी को हाथरस की क्राइम ब्रांच लंबे समय से तलाश कर रही है। यही नहीं, इसी तिवारी पर पुलिस टीम से बवाल करने का भी आरोप है और इसकी रिवाल्वर आज तक अदालत के आदेश पर सीज है।
सूत्रों की मानें तो कई हाथरस की SOG टीम ने करीब दो वर्ष पूर्व एसयूवी वाहनों को फर्जी तरीके से फाइनेंस कराकर बेच देने के एक गिरोह को पकड़ा था जिसमें श्याम तिवारी आज तक वांछित है। सिर्फ इतना ही नहीं कहते हैं कि इसने लखनऊ के एक शख्स की गाड़ी भी धोखा देकर उठा ली और आज तक वह इसके कब्जे में है। श्याम तिवारी पर इतना ही नहीं कई सिपाहियों को भी तबादला करा कर पैसे लेने का आरोप है। वह नौकरी के नाम पर कई लोगों से पैसा लेकर उनके परिवारों को कंगाली के स्तर तक ले आया है। रविवार को जब उसे पुलिस ने उठाया तो लोगों को लगा कि अब शायद उनको न्याय मिल सकेगा। लेकिन सुबह जब वह अपना रौब दिखाकर छूट गया तो उसके सताये लोगों में फिर भय व्याप्त हो गया।