लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज बतौर कुलाध्यक्ष डॉ शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के नैक मूल्यांकन हेतु तैयार प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। विश्वविद्यालय ने अपने प्रथम नैक ग्रेडिंग के लिए तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट को सभी सातों मूल्यांकन क्राइटेरिया पर बिंदुवार प्रस्तुतिकरण दिया। राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण को सुदृढ़ किए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए क्राइटेरिया सात का पुनर्लेखन करने तथा क्राइटेरिया छः में भी अधिकतम सुधारों के साथ लेखन करने को कहा।सेल्फ स्टडी रिपोर्ट SSR हाइपर लिंक्स में लगे फोटोग्राफ पर निराशा प्रकट करते हुए राज्यपाल जी ने गुणवत्ता सुधारने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक फोटो विद्यार्थियों की गतिविधि दर्शाने वाला तथा कार्यक्रम के विवरण युक्त कैप्शन के साथ लगाया जाए। उन्होंने कुलपति प्रो राणा कृष्णपाल सिंह को निर्देश दिया कि वे भारत में अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग वाले विश्वविद्यालयों का भ्रमण करके वहाँ की विशेषताओं के अनुरूप इस विश्वविद्यालय में भी गुणवत्ता सुधार करें। उन्होंने इस संदर्भ मेें गुजरात में गांधीनगर, सूरत तथा उप्र के नैक मूल्यांकन में ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालयों से सम्पर्क करने पर जोर दिया। दिव्यांगजनों के लिए विशेषरूप से जनहित कारी कार्यों का अवलोकन करते हुए राज्यपाल ने उनके सम्यक प्रस्तुतिकरण के अभाव को लक्ष्य किया। उन्होंने निर्देश दिया कि कृत्रिम अंगों को प्राप्त कर चुके लाभार्थियों के जीवन में आये सकारात्मक बदलावों की सक्सेस स्टोरी भी प्रस्तुत की जाए।
विश्वविद्यालय को अपना सामुदायिक रेडियो भी प्रारम्भ करने का सुझाव दिया, जिससे मूल्यांकन में अंक गणना को भी बेहतर किया जा सके। उन्होंने सुझाव दिया कि सामुदायिक रेडियो के लिए विश्वविद्यालय लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज द्वारा चलाए जा रहे सामुदायिक रेडियो ‘‘गूंज‘‘ से अपने समय हेतु अनुबंध कर सकता है। उन्होंने सभी क्राइटेरिया में नैक मूल्यांकन हेतु पियर टीम के सुलभ संदर्भ के लिए छोटी-छोटी विवरण पुस्तिकाएं भी बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की नैक ग्रेडिंग हेतु गठित टीम के सभी सदस्य आपसी तालमेल के साथ ए++ ग्रेड के लिए सशक्त SSR दाखिल करें। टीम के सभी सदस्य अपने प्रस्तुतिकरण का पुनरावलोकन करें और समीक्षा के दौरान दिए गए सभी निर्देशों को बेहतर सुधारों के साथ लागू करें। बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी, विशेष सचिव दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, विश्वविद्यालय के कुलपति तथा गठित नैक टीम के सभी सदस्य एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।