नौतनवा । महराजगंज जिले से सटे भारत नेपाल बॉर्डर के अंतिम रेलवे स्टेशन नौतनवा में पूर्वोत्तर रेलवे टर्मिनल पर पहली बार कंकोर कंटेनर टर्मिनल अंकलेश्वर ( गुजरात ) से 40 फ्लैट बैगन पर जिप्समलदा 80 कंटेनर नौतनवा रेलवे पहुंचा तो स्थानीय व्यापारी खुशी से झूम उठे। उनके खुशी का ठिकाना न रहा। बता दें कि भारत नेपाल के व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए यह एक नई पहल शुरू की गई है। साथ ही बता दें कि यह कंटेनर पहले रक्सौल रेलवे टर्मिनल के रास्ते जाता था। चूंकि अब नौतनवा स्टेशन पर कंटेनर टर्मिनल बनने से समुद्र के रास्ते आने वाली दवाइयों तथा कीमती सामानों के अलावा ऑटोमोबाइल आदि सामान सीधे नौतनवा तक पहुचेंगे।इससे आसपास के जिलों से जाने वाले सामान की ट्रांसपोर्टिंग लागत भी घट रही है। जो भारत नेपाल के बीच व्यापार को बढ़ावा देने में सक्षम साबित होगा।
लखनऊ मंडल के डीआरएम के निर्देश से पहली बार नौतनवां पहुंचा कंटेनर
लखनऊ मंडल के DRM के निर्देश के बाद गोरखपुर से अफसरों का दल टर्मिनल के आवागमन की तैयारियों का जायजा लिए। महीनों पहले ही नेपाल से सटे नौतनवॉ स्टेशन पर नया कंटेनर टर्मिनल बनाए जाने से पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के व्यापारियों को विशेष लाभ प्राप्त होगा।
क्या कहते हैं नेपाली व्यापारी
जय मां देवसर वाली कार्गो प्राइवेट लिमिटेड हाईवे रोड लाइन नेपाल के डायरेक्टर अमित शर्मा ने बताया मालगाड़ी में एक साथ 80 कंटेनर नौतनवा पहुंचे हैं। यहां पहुंचने के बाद कंटेनर को क्रेन के जरिए उठाकर सीधे ट्रक पर रखा गया। यह कंटेनर मध्य प्रदेश के रतलाम से बुधवार को निकला था।गोरखपुर आने में कम से कम दो दिन का समय लगा और गोरखपुर आने के बाद उसे पायलट इंजन के साथ नौतनवा तक लाया गया। और फिर ट्रकों से सड़क मार्ग से नेपाल के लिए रवाना हुई।