- सुरक्षित मातृत्व आश्वासन यानि सुमन कार्यक्रम के अंतर्गत गांव-गांव रखे जाएंगे स्वंयसेवक,
- स्वंयसेवक गर्भवती का पंजीकरण कराते हुए अधिकार दिलाने में करेंगे सहयोग,
- समुदाय को कार्यक्रम के तहत मिलने वाली सेवाओं के प्रति करेंगे जागरूक,
सिद्धार्थनगर। स्वास्थ्य विभाग सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन कार्यक्रम के अंतर्गत अब गांव-गांव सुमन स्वंयसेवक रखेगा। यह स्वंयसेवक गर्भवती को सुरक्षित मातृत्व सेवा दिलाने में मददगार साबित होंगे। स्वंयसेवक गर्भवती का पंजीकरण कराते हुए उनके अधिकार दिलाने में भी सहयोग करेंगे। इसके अलावा वह समुदाय को कार्यक्रम के तहत मिलने वाली सेवाओं के प्रति भी जागरूग करेंगे। इसके लिए मिशन निदेशक अर्पणा उपाध्याय ने विभाग को चिट्ठी भेजी है। जिला मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता प्रमोद कुमार संत ने बताया कि गर्भवती को आश्वासनयुक्त, गरिमामय, सम्मानपरक व नि:शुल्क गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवा देने के लिए सुमन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के तहत रखे जाने वाले स्वंयसेवक समुदाय को कार्यक्रम के अंतर्गत मिलने वाली समस्त सुविधाओं के विषय में जागरूक करेंगे। गर्भवती को सुरक्षित मातृत्व सेवा में सहयोग करते हुए सुनिश्चित कराएंगे कि क्षेत्र की सभी गर्भवती का पंजीकरण हो और उन्हें उनका अधिकार भी प्राप्त हो सके। इसके अलावा हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (HRP) वाली गर्भवती का चिन्हिकरण, उपचार एवं फॉलोअप करते हुए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस (PMSMA दिवस) पर कम से कम एक विजिट हेतु प्रोत्साहित करना होगा। गर्भवती के आपात स्थिति में होने पर ससमय उचित स्थान पर संदर्भन के लिए परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराना भी स्वंयसेवक की जिम्मेदारी होगी।
उन्मुखीकरण के लिए बनाएं समन्वय
सुमन स्वंयसेवक स्वास्थ्य इकाइयों पर कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। इसके अलावा छाया VHSNC, पंचायत VHSNC और पंचायत MAS बैठकों में भाग लेते हुए उनके सदस्यों का सुमन कार्यक्रम के अंतर्गत मिलने वाली सेवाओं के बारे में उन्मुखीकरण करेंगे।
ऐसे बन सकते हैं सुमन स्वंयसेवक
बसंतपुर CHC के अधीक्षक डॉ. राजीव कुमार रंजन ने बताया कि समाज के सशक्त और सम्मानित सदस्य जैसे- पंचायती राज्य समिति प्रतिनिधि, नेता, स्कूल शिक्षक, समाज के प्रतिनिधि और एसएचजी सदस्य सुमन स्वंयसेवक बन सकते हैं। स्वंयसेवक बनाने के लिए जिले से चिट्ठी आई है। इसमें उन्हीं लोगों को स्वंयसेवक बनाया जाएगा। जो समय का पालन करते हों एवं प्रतिबद्धता रखते हों। इसके लिए आयु, समुदाय, जाति, लिंग का बंधन नहीं है।
गर्भवती का पंजीकरण होते ही मिलेगी सूचना
स्वास्थ्य विभाग CHC-PHC , उपकेंद्र, HWC, आनंगबाड़ी केंद्र के माध्यम से स्वंयसेवकों को पंजीकृत करने की तैयारी शुरू की है। विभाग में इनका पंजीकरण हो जाने के बाद स्वंयसेवकों का नाम बोर्ड पर अंकित किया जाएगा। इसके बाद गर्भवती का पंजीकरण होते ही समय से इन्हेंजानकारी साझा की जाएगी, ताकि यह फॉलोअप कर सकें।
सुमन कार्यक्रम के तहत गांव-गांव स्वंयसेवक रखने के लिए मिशन निदेशक की चिट्ठी आई है। स्वंयसेवकों के रखने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। यह स्वंयसेवक स्व प्रेरणा से कार्य करेंगे। गांव-क्षेत्र में इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन पर सुमन चैंपियन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।