PMMVY के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली महिला को तीन किस्तों में मिलते हैं 5000 रुपये
प्रसूता अवकाश पाने वाले महिलाओं को नहीं मिलता है इस योजना का लाभ
सिद्धार्थनगर। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) के तहत पहली बार गर्भवती होने पर पोषण के लिए पांच हजार रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है। गर्भावास्था के दौरान गर्भवती अगर दो किस्तों का लाभ ले चुकी है और प्रसव होने के पहले अगर गलती से गर्भपात हो जाता है। तो उसे दूसरी बार गर्भवती होने पर तीसरी किस्त का लाभ दिया जाएगा। वहीं प्रसूता अवकाश पाने वाले महिलाओं को इस योजना का लाभ देने का प्रावधान नहीं है।
यह जानकारी देते हुए योजना की जिला समन्वयक वर्तिका ने बताया कि वर्ष 2017 में PMMVY योजना का शुभारंभ हुआ। इसके तहत जनवरी 2017 से नवंबर 2022 तक 82350 गर्भवती को पंजीकृत कर योजना का लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके सापेक्ष आठ नवंबर 2022 तक 67021 गर्भवती का पंजीकरण किया जा चुका है। यह लक्ष्य के सापेक्ष 81.3 फीसदी है। उन्होंने बताया कि महिला के गर्भवती होने की जानकारी के बाद पंजीकरण कराने पर पहली किस्त के रूप में एक हजार की राशि दी जाती है। इसके बाद गर्भावास्था के छह माह बाद एक जांच कराने (प्रसव पूर्व) पर दूसरी किस्त के रूप में दो हजार रुपये की राशि दी जाती है। दूसरी किस्त के बाद किसी कारण से गर्भवती का गर्भपात हो जाता है।
तो उसे तीसरी किस्त लेने के लिए फिर से गर्भवती होना होगा। इस दरमियान नए सिरे से दो किस्त नहीं मिलेगा, बल्कि प्रसव बाद जन्म लिए नवजात का पंजीकरण कराते हुए जन्म के तुरंत बाद लगने वाला टीका चक्र (BCG, OPV, DTP एवं हेपेटाइटिस बी) पूर्ण कराने पर तीसरी किस्त के रूप में दो हजार रुपये मिलते हैं। उन्होंने बताया कि PMMVY योजना का लाभ सरकारी नौकरी कर रही कर्मचारी व अन्य किसी भी संस्थान में मिलने वाले प्रसूता अवकाश की श्रेणी में आने वाली महिलाओं को नहीं दिया जाता है।
पौष्टिक सामग्री के सेवन में पैसे का उपयोग
नौगढ़ क्षेत्र के पारा बाजार की शहजादी (24) वर्ष 2020 में गर्भवती थीं। वह बताती हैं कि गर्भवती होने के बाद आशा कार्यकर्ता शर्मिला देवी ने PMMVY योजना का लाभ दिलाने के लिए आधार कार्ड के साथ उन्हें नौगढ़ PHC ले गई और पंजीकरण कराया। इसके बाद एक हजार रुपये की राशि खाते में प्राप्त हुई। छह माह बाद प्रसव पूर्व जांच कराने पर दूसरी किस्त के रूप में दो हजार रुपये मिले। प्रसव बाद बच्चे का संपूर्ण टीकाकरण कराने पर तीसरी किस्त दो हजार रुपये प्राप्त हुई। इस पैसे का उपयोग उन्होंने पोषक खाद्य सामग्री के सेवन में किया।