Last Solar Eclipse Of The Year Ends: ग्रहण के दौरान देश के कई शहरों में दिखाई दिया रात जैसा नजारा, हर की पैड़ी-संगम समेत नदियों में लोगों ने किया स्नान

देश में साल का आखिरी सूर्य ग्रहण अब खत्म हो चुका है। भारत में सबसे पहले सूर्य ग्रहण अमृतसर में दिखाई पड़ा। ग्रहण के दौरान लाखों लोगों ने पवित्र नदियों में डुबकी भी लगाई। ‌ सूर्य ग्रहण को देखने के लिए देश-विदेश में खगोल शास्त्रियों और ज्योतिषियों में भी उत्सुकता रही । ग्रहण के दौरान देश के कई शहरों में रात जैसा नजारा भी दिखाई दिया। ‌ ग्रहण के दौरान करीब 30 प्रतिशत सूर्य ढंका हुआ नजर आया। बता दें कि यह सूर्य ग्रहण सबसे पहले आइसलैंड में भारतीय समय के अनुसार दोपहर 02 बजकर 29 मिनट से ग्रहण शुरू हुआ । अब भारत में भी विभिन्न स्थानों पर देखा गया। रूस में सूर्य ग्रहण शाम 4 बजकर 30 मिनट पर अपने चरम पर था। भारत में सबसे पहले 4 बजकर 19 मिनट पर अमृतसर में सूर्य ग्रहण की झलक देखी गई। इसके बाद 4 बजकर 29 मिनट पर राजधानी दिल्ली में आंशिक सूर्य ग्रहण को देखा गया। इसके साथ ही भारत के अलग-अलग राज्यों में भी सूर्य ग्रहण देखा गया है। मुंबई में शाम 6.09 बजे तक सूर्य ग्रहण दिखाई दिया। ज्यादातर जगह ग्रहण सूर्यास्त के साथ ही खत्म हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में नक्षत्रशाला के तारामंडल में जाकर सूर्यग्रहण देखा। इस दौरान वे विशेष प्रकार का चश्मा पहने हुए थे। सीएम योगी ने कहा कि यह ब्रह्मांड की अद्भुत घटनाओं में से एक है। अमावस्या और पूर्णिमा के दिन ग्रहण की जो प्रवृति रही है, उसी के क्रम में अमावस्या के अवसर पर आज सूर्य ग्रहण की घटना को देखने का एक अवसर मिला है।

वहीं उत्तराखंड के कई शहरों हरिद्वार, देहरादून हल्द्वानी और नैनीताल आदि में भी ग्रहण दिखाई दिया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी में डुबकी लगाई। भारत में आंशिक सूर्य ग्रहण पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों को छोड़कर भारत के अधिकांश हिस्सों में दिखाई दिया। भारत में सूर्य ग्रहण का प्रभाव रहा। सूतक लगने के कारण देश के अधिकांश धार्मिक स्थल के कपाट बंद रहे। ‌यह ग्रहण पूरे देश भर में देखा गया। साल के आखिरी सूर्य ग्रहण को देखने के लिए देश में करोड़ों लोगों की उत्सुकता देखी गई। बता दें कि इसके बाद 5 साल बाद यानी 2 अगस्त साल 2027 को भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। अब सूर्य ग्रहण को देखने के लिए देशवासियों को 5 साल इंतजार करना होगा। ‌यह आंशिक सूर्य ग्रहण यूरोप, उत्तर-पूर्वी अफ्रीका और पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों से दिखाई दिया। भारत में ये सूर्य ग्रहण अमृतसर, कुरुक्षेत्र, हरिद्वार, भुवनेश्वर, दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी, मथुरा, प्रयागराज, लखनऊ, हैदराबाद, पुणे, जम्मू, देहरादून, भोपाल, चंडीगढ़, नागपुर में दिखाई दिया।

सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर आइसलैंड में शुरू हो गया है, जो सायंकाल 6 बजकर 20 मिनट पर अरब सागर में खत्म हुआ। वहीं भारत में यह सूर्य ग्रहण लगभग 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर सायंकाल 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म हुआ। भारत में करीब 2 घंटे सूर्य ग्रहण दिखाई दिया। वहीं दूसरी ओर उज्जैन, वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार, कुरुक्षेत्र और मथुरा में ग्रहण के दौरान लाखों लोगों ने गंगा, सरोवर यमुना में स्नान किया। धार्मिक मान्यता है कि ग्रहण के दौरान स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है ।‌‌ इसके अलावा वैज्ञानिकों खगोल शास्त्रियों और ज्योतिषियों में सूर्यग्रहण को लेकर चैनलों में खूब डिबेट हुई। ‌ सभी लोगों ने सूर्यग्रहण को लेकर अपने-अपने तर्क दिए। ‌‌भारत से पहले दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्य ग्रहण देखा गया। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मुताबिक आज का सूर्य ग्रहण यूरोप, नॉर्थ-ईस्ट अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और वेस्ट एशिया में दिखाई दिया। बता दें कि सूर्यग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के आंशिक रूप में आता है, जिससे पृथ्वी के स्थान विशेष से देखने पर सूर्य का आधा भाग ही नजर आता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ग्रहण का लगना एक खगोलीय घटनाक्रम है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के मध्य होकर गुजरता है।

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