इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि राजनैतिक रैलियों के दौरान पुरूष प्रधान क्षेत्र में हस्तक्षेप करने वाली महिला पत्रकार को ट्रोल किये जाने की घटनाओं का रोका नहीं जा सकता। जियो टीवी न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को नेशनल प्रेस क्लब और रावलपिंडी इस्लामाबाद यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (RIUJ) के प्रतिनिधिमंडलों के साथ मुलाकात में इमरान से पूछा गया कि उनकी पार्टी की बैठक में महिला पत्रकारों को परेशान किये जाने की शिकायत है, इस पर उन्होने कहा कि वह इस संबंध में अपने समर्थकों को विशेष निर्देश जारी करेंगे।
लेकिन उन्होंने पत्रकार घरीदा फारूकी पर निशाना साधते हुये कहा कि अगर वह पुरुष प्रधान क्षेत्रों पर हमला करेंगी तो उन्हे परेशान किया जाना तय है। पत्रकारों को लिफाफा पत्रकार कहे जाने के आरोप का जवाब देते हुये पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि अब तक उन्होंने केवल वरिष्ठ पत्रकार सलीम सफी के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया है, जो PTI के जाने-माने आलोचक रहे हैं। सोशल मीडिया ट्रोल के बारे में उन्होंने कहा कि वह उन्हें रोक नहीं सकते क्योंकि वे किसी के वश में नहीं है। उन्होंने नजम सेठी के अलावा अन्य किसी पत्रकार के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कराया है। (वार्ता)