आचार संहिता लागू, मतदान 20 नवंबर को
राजेश जायसवाल
नौतनवां। नेपाल में केंद्र और प्रदेशों के चुनाव का बिगुल बज गया है। नेपाल में नया संविधान लागू होने के बाद यह दूसरा आम चुनाव है। इसके पहले वर्ष 2008 से कई बार संविधान सभा के चुनाव होते रहे जिसका मकसद सामान्य सत्ता संचालन और लोकतांत्रिक संविधान का निर्माण था। लंबे संघर्ष के बाद जब नेपाल में सात प्रदेशों का गठन हुआ और नया संविधान लागू हुआ तो पहला आम चुनाव 2017 में हुआ था और केपी शर्मा ओली पहले लोकतांत्रिक सरकार के पीएम बने थे। वे अपना कार्यकाल नहीं पूरा कर पाए,बीच में ही सहयोगी दल माओवादी केंद्र से मतभेद के चलते ओली को पद से हटना पड़ा था। नया गठबंधन बना और नेपाली कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनी। यानी पहले लोकतांत्रिक सरकार में देश को दो दो प्रधानमंत्री देखना पड़ा। जिसका कार्यकाल अब पूरा हुआ। दूसरे आम चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हो गई है।
नेपाल राष्ट्र के सभी 77 जिलों में केंद्रीय व प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा के लिए मतदान 20 नवंबर को होने हैं । रूपनदेही के प्रमुख जिलाधिकारी भरत मणि पांडे ने बताया कि चुनाव के 72 घंटे पूर्व भारत नेपाल की सीमा सील कर दी जाएगी। रूपनदेही जिला में केंद्रीय प्रतिनिधि के 5 व प्रदेश प्रतिनिधि सभा के 10 सीटें हैं। जिले में कुल 6 लाख 35 हजार मतदाता हैं जो 208 मतदान केंद्र के 702 बूथों पर मतदान करेंगे। प्रमुख जिला अधिकारी ने यह भी बताया कि सीमावर्ती जिला व खुली सीमा होने के कारण यहां चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए अतरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती की जाएगी। संवेदन शील बूथों के चिन्हीकरण का कार्य दशहरा पर्व के बाद शुरू किया जाएगा। जल्द ही चुनाव के मद्देनजर महराजगंज जिला प्रशासन के साथ एक समन्वय बैठक की जाएगी।
दोनों देश के मतदाता बने लोगों के घुसपैठ पर नज़र
ऐसे तमाम मतदाता हैं जो भारत व नेपाल दोनों देशों में मतदान करते हैं। उनकी घुसपैठ रोकने के लिए सीमा 72 घंटे सील की जाएगी। प्रमुख जिला अधिकारी ने बताया सरहद के पगडंडियों पर विशेष निगरानी होगी। सीमा सील के दौरान किन लोगों को सीमा पार करने की अनुमति होगी। उसके दिशा निर्देश अभी गृह मंत्रालय से नहीं आए हैं।