काठमांडू। जाली नोटों के सप्लायर लाल मोहम्मद दर्जी की हत्या के मामले में काठमांडू पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस की जांच में मिले तथ्य यदि सही है तो काठमांडू एक बार फिर गैंगवार की गिरफ्त में है। पुलिस जांच में सनसनीखेज जानकारी यह उभर कर आई है कि इस हत्या के पीछे माफिया डान दाउद इब्राहिम और छोटा राजन के बीच वर्चस्व की जंग है। लाल मोहम्मद की हत्या में छोटा राजन गैंग की संलिप्तता सामने आ रही है। छोटा राजन दिल्ली तिहाड़ जेल में बंद हैं जबकि उसके गैंग के कई सदस्य नेपाल में सक्रिय हैं,कई वहां की जेल में बंद हैं। वहीं दाउद इब्राहिम गैंग का बड़ा नेटवर्क नेपाल भर में फैला हुआ है। इस हत्या कांड की जांच कर रहे काठमांडू पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी जनक राज भट्टाराई ने रूटीन ब्रीफिंग में नेपाल मीडिया के साथ जानकारी साझा करते हुए बताया कि लाल मोहम्मद की हत्या के तार दिल्ली से जुड़ा हुआ पाया जा रहा है। उन्होंने दिल्ली निवासी किसी नितिन मदन के नाम का उल्लेख किया है जो छोटा राजन गैंग का सदस्य है।
नितिन मदन घटना को अंजाम देने के कुछ दिन पहले ही घटना स्थल से करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर काठमांडू के एक होटल में रहकर लाल मोहम्मद के गतिविधियों की रेकी कर रहा था। बता दें कि कभी दाऊद इब्राहिम गैंग के सदस्य रहे छोटा राजन कुछ सालों से अलग रहकर अपना गैंग बना लिया है। काठमांडू नकली नोटों का बड़ा प्लेटफार्म है जिसका प्रमुख संचालक दाउद इब्राहिम है जो पाकिस्तान में ठिकाना बदल बदल कर यहां अपने लोगों से इस काम को अंजाम दे रहा है। जांच अधिकारी ने बताया कि पूर्व में हुई कुछ हत्या के मामले सहित काठमांडू जेल में बंद रहे युनुस अंसारी की हत्या के प्रयास में छोटा राजन का हाथ होना पाया गया है। छोटा राजन का एक सहयोगी उदय सेट्टी नेपाल के रसुवा जेल में बंद है। नितिन मदन लगातार सेट्टी के संपर्क में रहा है और वहीं से लाल मोहम्मद की हत्या की साज़िश रची गई।
लाल मोहम्मद और युनुस अंसारी काठमांडू में दाऊद इब्राहिम के खास बताए जाते हैं। ये दोनों न केवल जाली नोटों के सप्लायर रहे हैं, दाउद इब्राहिम के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों में भी लिप्त रहे हैं। लाल मोहम्मद और युनुस अंसारी पर भारत के विरुद्ध साजिश रच रहे आतंकी संगठनों को प्रश्रय देने का आरोप भी है। काठमांडू पुलिस द्वारा दी गई ढेर सारी सनसनीखेज जानकारी में यह भी है कि छोटा राजन गैंग का सदस्य उदय सेट्टी मुंबई में इनकाउंटर के डर से नेपाल आया जहां उसने अपना नया गैंग स्थापित कर लिया और अपहरण कर फिरौती के अपराध जगत का सरगना बन गया।उसके गिरोह में अमर टंडन, प्रहलाद महंत, विष्णु जेसी,फांसी गुरुंग,विकास कार्की आदि शामिल थे। इसमें से ज्यादातर अपहरण के आरोप में नेपाल के जेलों में बंद है। उदय सेट्टी का यह गैंग नेपाल में छोटा राजन के लिए काम करता है। काठमांडू में इस हत्या कांड के बाद भारत विरोधी ताकतें या उनको प्रश्रय दे रहे लोग सहम गए हैं। साथ ही इस बात की भी आशंका है कि काठमांडू एक बार फिर दाउद और उसके विरोधी गैंग के बीच खूनी संघर्ष का अड्डा न बन जाए। नेपाल गृहमंत्रालय ने पुलिस को लाल मोहम्मद हत्या कांड के तह तक पंहुचने का निर्देश दिया है साथ ही इस हत्या कांड के बाद किसी प्रतिक्रिया को लेकर पुलिस को सचेत रहने का भी निर्देश दिया है।