मेडिकल कॉलेज में हंगामा, परिजन का आरोप प्राचार्य अपने सहयोगियों के साथ न किए होते मारपीट तो बच जाती जान
प्रतापगढ़। हादसे में घायल युवक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा। आरोप है कि यदि युवक को अस्पताल पहुंचाने वाले प्रधान को प्राचार्य और उनके सहयोगियों ने पिटाई कर पुलिस के हवाले न किए होते तो शायद किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती कराकर युवक की जान बचाया जा सकता। पुलिस के काफी समझाने के बाद परिजनों ने माना। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन घर ले जाकर रख दिए हैं।
जेठवारा थाना क्षेत्र के नगियापुर पर्वतपुर निवासी सूरज (18) पुत्र राम विलास जयपुर में रहकर किसी कंपनी में काम करता था। चार दिसंबर को उसकी बड़ी बहन रोशनी की बारात आनी थी। बहन की शादी की तैयारी करने के लिए सूरज शनिवार सुबह गांव पहुंचा। दोपहर बाद वह घर से पर्वतपुर स्थित जगदीश सिंह के ईंट भट्ठे पर अपने साथियों के साथ चला गया। एक ट्रैकटर पर बैठकर ईंट गिराने के लिए कहीं जा रहा था। मानधाता थाना के वैशपुर गांव के पास चलती ट्रैक्टर से सूरज नीचे गिर गया।
इससे गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी होने पर ईंट भट्ठा संचालक जगदीश सिंह का बेटा नौबस्ता के पूर्व प्रधान अजय सिंह हादसे में घायल सूरज को लेकर मानधाता PHC पहुंचा। चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया। अजय सिंह का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक भर्ती करने से इनकार कर दिये। विरोध करने पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अपने दो साथियों के साथ मिलकर पूर्व प्रधान की पिटाई कर दी। उसे पुलिस के हवाले कर दिया। हादसे में घायल सूरज को कागज में भर्ती कर सर्जिकल वार्ड में भर्ती कर दिया। उसे देखने के लिए एक भी चिकित्सक वार्ड में नहीं पहुंचे। रात भर पूर्व प्रधान कोतवाली में पड़ा रहा। सुबह मौत होने के बाद हंगामा शुरू हो गया ।