कर्बला के शहीदों को पुरसा देने के लिए इमामबाड़ा नाजिम साहब से निकाला गया जुलूस
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। हज़रत इमाम – ए- हुसैन के चेहल्लुम का जुलूस रविवार को अकीदत और एहतराम के साथ विक्टोरिया स्ट्रीट स्थित नाजिम साहब इमामबाड़े से उठकर कर्बला तालकटोरा गया। मजलिस के पूर्व मौलाना कल्बे जवाद के बेटे मौलाना कल्बे अहमद नक़वी ने मजलिस को खिताब किया। मजलिस के फौरन बाद जुलूस नाजिम साहब इमामबाड़े से बरामद हुआ। मौलाना कल्बे अहमद नक़वी ने कहा कि हज़रत इमाम – ए- हुसैन ने ज़ुल्म को हमेशा के लिए मिटा दिया।
कर्बला में अपने 72 साथियों के साथ उन्होंने इस्लाम और इंसानियत को बचाने के लिए अज़ीम कुर्बानी दी। उनकी शहादत के बाद उनके घराने के लोगों को यजीद की फौज ने गिरफ्तार कर लिया जो आज ही के दिन कैद से रिहा किए गए। कैद से रिहा होने के बाद इमाम की बहन जनाब – ए- जैनब ने मजलिस आयोजन किया। इसी की याद में चेहल्लुम मनाया जाता है। अकबरी गेट, नक्खास व बिल्लौचपुरा होते हुए बाजार खाला थाने के सामने पहुंचा। यहां हैदरगंज चौराहा होते हुए देर शाम जुलूस कर्बला तालकटोरा पहुंचा। जुलूस के रास्ते के दोनों ओर सबीले लगी थी। मातमी अंजुमने नौहाख्वानी कर रही थी। अकीदतमंद छुरी व कमा का मातम करते हुए चल रहे थे।