नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने दि वायर एवं उसके प्रबंधन के खिलाफ मानहानि तथा छवि खराब करने के लिए आपराधिक षड़यंत्र रचने के आरोपों को लेकर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने एवं अदालती कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। भाजपा के आईटी प्रभारी को इंगित करके फेसबुक एवं इंस्टाग्राम पर भाजपा विरोधी पोस्ट को हटाने संबंधी रिपोर्टों पर मालवीय ने यह चेतावनी दी है। मालवीय ने आज यहां एक वक्तव्य में कहा कि गत छह अक्टूबर 2022 को दि वायर ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें दावा किया गया कि फेसबुक एवं इंस्टाग्राम की मालिक कंपनी मेटा ने इंस्टाग्राम पर एक निजी अकांउट की ण्क पोस्ट को कुछ ही मिनट के भीतर मिटा दिया। रिपोर्ट में कहा गया कि कंपनी यह काम भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों के साथ मिल कर करती है और पार्टी के लिए प्रतिकूल कंटेट को हटा देती है।
दस अक्टूबर 2022 को दि वायर ने एक और रिपोर्ट में दावा किया कि पार्टी और कंपनी के बीच इसके लिए केन्द्रीय भूमिका में मैं काम कर रहा हूं। कंपनी ने मुझे कंटेंट पर निगरानी, छंटाई करने, सत्यापन करने आदि के अधिकार दे रखे हैं। इनमें भाजपा एवं उसके नेतृत्व के लिए महत्वपूर्ण कंटेट हटाने तथा किसी भी कंटेंट को पोस्ट करने के अधिकार शामिल हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में मेटा के एक कथित आंतरिक पत्राचार का हवाला देकर इन दावों को जायज बताया गया है और आरोप लगाया गया है कि मैंने इन अधिकारों का प्रयोग करके अब तक 705 पोस्ट हटायीं हैं। 11 अक्टूबर को मेटा के संचार प्रमुख एंडी स्टोन ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि दि वायर की रिपोर्ट फर्जी है और एक्सचेक स्टेटस को गलत ढंग से उद्धत किया गया है। मेटा के बयान के बाद दि वायर को आंतरिक जांच करनी चाहिए थी लेकिन उसने एक और रिपोर्ट छापी और उसमें मेटा के कर्मचारियों के आंतरिक ईमेल हासिल करने का दावा करके छवि खराब करने की कोशिश की गई।
उन्होंने कहा कि गत 27 अक्टूबर को कथित खुलासे की पोल खुलने के बाद दि वायर ने सार्वजनिक रूप से अपने पाठकों से माफी मांग ली और एक्सचेक एवं मेटा को लेकर रिपोर्ट वापस ले लीं। लेकिन दि वायर ने मुझसे क्षमा याचना नहीं की जबकि मेरी छवि, प्रतिष्ठा एवं पेशेवर कैरियर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया। मेरी भूमिका राष्ट्रीय मुद्दों पर विभिन्न प्लेटफॉर्म पर भाजपा के विचार को प्रमुखता से रखने की है। यह भूमिका मेरे एवं उन प्लेटफॉर्म पर मेरे संपर्क सूत्रों के बीच विश्वास एवं ईमानदाराना संबंधों पर आधारित है। दि वायर की रिपोर्टों ने माहौल को दूषित किया और मेरे वर्षों पुराने संबंधों एवं संपर्कों पर बुरा प्रभाव डाला है।
उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि दि वायर और कुछ अज्ञात लोगों ने मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए एक आपराधिक षड़यंत्र रचा और रिपोर्ट में जानबूझ कर मेरा नाम डाला और मेरे विरुद्ध फर्जी प्रमाण गढ़े। इससे लोकतंत्र एवं जनता की इच्छा के अधिकार का हनन हुआ है। इस प्रकार से लोकतंत्र को भी नुकसान पहुंचा है। मालवीय ने कहा कि उनके पास दि वायर, उसके प्रबंधन एवं रिपोर्टरों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है। वह संबंधित पुलिस थाने में धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े, मान भंग करने और आपराधिक षडयंत्र रचने के आरोपों को लेकर समुचित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करायेंगे। इसके अलावा दि वायर एवं उसके सहयोगियों के खिलाफ सिविल सूट भी दाखिल करेंगे। (वार्ता)