Telephone

Analysis

पिया का फोन रंगून से आता था! आज आसमान से, मगर कैसे?

के. विक्रम राव क्या उत्थान, फिर पतन रहा भारतीय दूरसंचार का ! पिछले दिनों सरकारी फोन विभागीय कार्मिकों के साथ था। व्यथा गाथा सुनी। मुझे अपनी तरुणावस्था का दौर याद आया। काला चोगा होता था। आठ इंच लंबा-चौड़ा यह भाष्य यंत्र जिस घर में रहता था उसकी प्रतिष्ठा मोहल्ले में ऊंची होती थी। मेरे स्मृति […]

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Jharkhand

विधायक होंगे मालामाल: 2.88 लाख सैलरी, अलिशान सुविधा, झारखंड के विधायक देश में सबसे ज्यादा पायेंगे सैलरी,

7वीं बार बढ़ रहा वेतन भत्ता, देखिये क्या-क्या बढ़ेगा, रंजन कुमार सिंह रांची। झारखंड के विधायक अब सबसे अमीर होंगे। विधायकों के वेतन भत्ते में बंपर बढोत्तरी होने वाली है। नसभा में विधानसभा ने इस संबंध में दो विशेष समितियों का गठन किया था। इन दोनों समितियों की अनुशंसा राज्य सरकार को विधानसभा प्रेषित करेगी। […]

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Analysis

गरचे टेलीफोन न बनता! तो कैसा आलम होता?

सोचिए यदि टेलीफोन न होता तो? दुनिया दूरियों में खो जाती। पृथकता गहराती। फासले लंबाते। मानवता बस चिंदी चिंदी ही रह जाती। मगर आज ही के दिन (10 मार्च) ठीक 146 साल पूर्व एक घटना ने सब कुछ बदल डाला। तभी 29-वर्षीय एलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन को इजाद किया। उनका तुक्का भिड़ गया। उनकी […]

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