society
![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2023/12/IMG-20231128-WA0444-460x460.jpg)
कुलदेवी या देवता को इन उपायों से मनाएं और संकटों से मुक्ति पाएं
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता भारत में कई समाज या जाति के कुलदेवी और देवता होते हैं। भारतीय लोग हजारों वर्षों से अपने कुलदेवी और देवता की पूजा करते आ रहे हैं। हालांकि आजकल अधिकतर परिवार ने अपाने कुलदेवी और कुल देवताओं को पूजना या उनको याद करना छोड़ दिया है। संभवत: इसी के कारण वे […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2023/10/Untitled-2-copy-780x412.jpg)
विराट सांस्कृतिक चेतना की पुनर्स्थापना का संकल्प : एक भारत श्रेष्ठ भारत
भारत एक विशाल राष्ट्र है। इसका निर्माण सनातन संस्कृति से हुआ है। अनेक संस्कृतियां भारत रूपी गुलदान में विभिन्न प्रकार के पुष्पों की भांति रही हैं। इसका अर्थ यह है कि इन विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं, धर्मों एवं पंथों आदि ने इस देश के सांस्कृतिक सौन्दर्य में वृद्धि की है। यहां विविधता में भी एकता […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2022/11/Goswami-Tulsi-Das-NayaLook-712x460.jpg)
गोस्वामी तुलसी दास की 526वी जयंती पर विशेष : जीवन जीने की कला सिखाता है ‘रामचरितमानस’
तुलसी के मानस से मिली स्वाधीनता संघर्ष को दिशा समाज को लेकर सत्ता चलेगी तो होगा रामराज्य युग कोई भी हो दैत्यों और देवताओं का संघर्ष हर युग मे चला है। सत्ता का संघर्ष स्वर्ग लोक मे जैसे चल रहा,ऐसे ही मृत्युलोक में।यहां पहले से राजतंत्र था पर आजादी के बाद वर्तमान मे लोकतंत्र का […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2022/07/Poem-NayaLook-780x402.jpg)
कविता : बन्द मुट्ठी सवा लाख की,
- Nayalook
- May 3, 2023
- #joint family
- #social Unity
- family
- society
बन्द मुट्ठी सवा लाख की, खुल गयी तो ख़ाक की, कहावत कितनी प्रसिद्ध है, अपने आप से यह सिद्ध है। बन्द मुट्ठी में जो कुछ भी होता है, इंसान तभी तक गुप्त रख पाता है, जब तक वह मुट्ठी नहीं खोलता है, खुलने से सत्य पता चल जाता है। बंद मुट्ठी पारिवारिक,सामाजिक एकता की भी […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2023/03/Dinesh-Giri-2.jpg)
विश्व रंगमंच दिवस पर विशेष: समाज को आईना दिखाते-दिखाते, खुद हाशिये पर रह गए रंगकर्मी दिनेश गिरी
मुफलिसी में जी रहे हैैं रंगकर्मी दिनेश गिरी, सरकार भी है उदासीन महराजगंज। आज विश्व रंगमंच दिवस है और यह दिन 1961 से ही मनाया जा रहा है। मकसद है रंगमंच के कर्मियों के प्रति जागरूकता लाना और इस खास दिन पर उनके कृतित्व से जो प्रभाव पैदा हो रहा है या हो चुका है, […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2023/03/women-empowerment-736x460.jpg)
महिला सशक्तिकरण के लिए समाज में चेतना जगानी होगीः कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल
समाज, राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं का बढचढ़ कर योगदानः कुलपति प्रो. निर्मला एस. महिलाओं को उनकी योग्यता के अनुसार मौका दिया जाएः डॉ. अर्चना अविवि में डिजिट ऑल फॉर जेंडर इक्वलिटी विषय पर वेबिनार का आयोजन अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र, महिला शिकायत एवं कल्याण प्रकोष्ठ तथा एक्टिविटी […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2023/02/Untitled-4-copy-33-780x452.jpg)
युवाओं में बढ़ रही नशे की लत, अंतरराष्ट्रीय साजिश : यतीन्द्र
अकेलापन युवाओं को बना रहा नशे का आदी : पवन कुमार मोबाइल व सोशल मीडिया भी अन्य नशे की तरह घातक: डॉ. विनोद जैन लखनऊ। परिवार और समाज में शिक्षा व जागरुकता के अभाव के कारण युवा नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं, यह देश के लिए बड़ी समस्या है। अंतरराष्ट्रीय साजिश के तहत […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2022/09/yogi-7-780x388.jpg)
उद्योगीक गलियारों के पड़ाव
डॉ दिलीप अग्निहोत्री उद्योगीकरण के लिए अनेक स्तर पर व्यवस्था अपेक्षित रहती है। इसमें कनेक्टिविटी और जमीन की उपलब्धता भी महत्त्वपूर्ण होती है। योगी आदित्यनाथ ने इस पर फोकस किया। इसका परिणाम है कि यूपी सर्वाधिक एक्सप्रेस वे वाला प्रदेश बन गया है। इसके साथ ही सड़कों के निर्माण और इनके किनारे पर औद्योगिक गलियारा […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2022/12/IMG-20221227-WA0364.jpg)
महिलाओं को ये तीन ग्रह करते हैं सबसे ज्यादा प्रभावित
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता मान्यता अनुसार हस्तरेखा के प्रेडिक्शन के दौरान महिलाओं का उल्टा हाथ देखा जाता है उसी तरह कुंडली देखने का तरीका भी भिन्न होता है क्योंकि महिलाओं की कुंडली में अनेक भिन्नता होती है। महिलाओं की कुंडली में नौवां स्थान या भाव से पिता और सातवां स्थान या भाव से पति की […]
Read More![](https://www.nayalook.com/wp-content/uploads/2022/08/Untitled-10-copy-3-780x410.jpg)
जन्मोत्सव पर विशेष : जन्म-मृत्यु के पार,
ओशो के साथ-साथ एक नया अध्याय आरंभ हुआ, एक ऐसा अध्याय जो अतीत की किसी धार्मिक परंपरा या श्रृंखला की कड़ी नहीं, बल्कि जिसने एक नये मनुष्य का, एक नये जगत का सूत्रपात किया। मध्य प्रदेश के कुचवाड़ा गाँव में 11दिसंबर, 1931 को जन्मे ओशो का बचपन का नाम रजनीश चंद्रमोहन जैन था। 21 मार्च […]
Read More