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कविता: दस अवगुण रावण रूपी
रावण जले, न जले, इसकी कोई चिंता फ़िक्र बिलकुल नहीं करना, पर हमारे अंदर श्रीराम जिंदा रहें, इसका हर हाल में ध्यान रखना । सीता की अग्नि परीक्षा भी तो सदियों से ली जाती आयी है, सीताओं को अग्नि परीक्षा देने में कभी हिचक तक भी नहीं आई है। देखो ! यह अग्नि परीक्षायें अब […]
Read Moreइस वर्ष मदर्स डे पर एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ’ के साथ ‘‘मातृत्व’’ का उत्सव मनाइये!
लखनऊ। माँ और बच्चे का रिश्ता अमर, निस्वार्थ, दृढ़, और बिना शर्त के प्यार पर आधारित माना जाता है। माँ के प्यार और लगाव की कोई सीमा नहीं होती है, लेकिन उसमें पेचीदगी हो सकती है, खासकर जब बच्चा आपके पति का अवैध बेटा हो। एण्डटीवी का फैमिली ड्रामा ‘दूसरी माँ‘ मातृत्व के इस रिश्ते […]
Read Moreकविता: विश्वास खोना बहुत आसान होता है,
एक तरफ़ सच्चे सीधे लोग होते हैं, आरोपों को सहन नहीं कर पाते हैं, दूसरी ओर वो हैं जिनके पास झूठे आरोप लगाने के अनेकों हुनर होते हैं। पर देखा यह जाता है कि नफ़रत करने वालों को बहुत मज़ा आता है, वे औरों को परेशान करते रहते हैं, पर ज़िंदादिल फिर भी हँसते रहते […]
Read Moreकविता : भगवान के घर देर है, अन्धेर नहीं है
फल फूल मिठाई लेकर मंदिर जाते हैं, तो यह सब पूजा सामग्री कहे जाते हैं, पूजा के बाद मंदिर से वापस आते हैं, तो यह सब भोग प्रसाद बन जाते हैं। मंदिर जाने व वापस आने के बीच हुआ […]
Read Moreकविता : दस अवगुण रावण रूपी
रावण जले, न जले, इसकी कोई चिंता फ़िक्र बिलकुल नहीं करना, पर हमारे अंदर श्रीराम जिंदा रहें, इसका हर हाल में ध्यान रखना । सीता की अग्नि परीक्षा भी तो सदियों से ली जाती आयी है, सीताओं को अग्नि परीक्षा देने में कभी हिचक तक भी नहीं आई है। हो सके तो यह अग्नि परीक्षा […]
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