#बर्बाद

Litreture

कविता : आगे कुआँ और पीछे खाईं है

जो बीत गया वो बीत गया है, अब वापस नहीं आने वाला है, जो वर्तमान है उसे सम्भालना, वह ही भविष्य बनाने वाला है। प्रेम दिल में है तो जताना ज़रूरी है, दिल की बात ज़ुबाँ पे लाना ज़रूरीहै, अब नहीं तो और कब का फ़साना, मत सोचो कि क्या कहेगा जमाना। जीवन ख़ुशियों का […]

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