पत्नी की बेवफाई से आहत पति ने उठाया ऐसा कदम कि सुनकर कांप जाएगी रूह

  • सात माह में पांच बार प्रेमी के साथ फुर्र हुई बेगम, चार बच्चों के साथ यमुना में कूदा, पढ़कर फट जाएगा कलेजा
  • दो बच्चों को यमुना में फेंका, फिर दो को गोद में लेकर की आत्महत्या

लखनऊ। यूपी के जिला शामली में चार बच्चों को लेकर यमुना में कूदने वाला 38 साल का सलमान पत्नी की बेवफाई से बुरी तरह टूट चुका था। उसकी पत्नी सात महीने में पाँच बार अपने बॉयफ्रेंड संग भाग गई। करीब एक हफ्ते, तो कभी 10 दिन बद घर लौटकर आई। इस घर में अब सिर्फ सलमान का पिता और उनका छोटा बेटा बचे हैं। पूरा परिवार बर्बाद हो गया। सबको अफसोस है कि सलमान ने पत्नी को लेकर घर-परिवार में कभी कुछ नहीं बताया। अगर वो बताता, तो इस बेवफाई का हल जरूर निकलता।

24 घंटे बाद यमुना नदी में कूदने का पता चला शामली जिले में कस्बा कैराना है। यहां के मोहल्ला खेलकलां में सलमान रहता था। वह तीन अक्टूबर की दोपहर 12 बजे बेटी महक (12) शिफा (5) बेटे आयान तीन और सबसे छोटी आठ महीने की बेटी इनायशा के साथ यमुना नदी के पुल पर पहुंचा। सलमान ने पहले दो बच्चों को नदी में फेंका। इसके बाद वो दो बच्चों को गोद में लेकर खुद भी कूद गया। पुलिस चार अक्टूबर को यमुना पुल पर पहुंची। यहां कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने एक व्यक्ति को बच्चों के साथ कूदते देखा था। तब से अब तक गोताखोर सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। अभी तक सबसे बड़ी बेटी की लाश यमुना ब्रिज से करीब 12 किलोमीटर दूर मिली है। बाकी चारों का कुछ पता नहीं चला है।

ये भी पढ़े

उफ! नौंवी की छात्रा बनी एक बच्ची की मां… जानकर दांतों तले दबा लेंगे उंगली

यमुना ब्रिज के नीचे नदी की गहराई फिलहाल करीब 30 से 35 फुट है। पानी का बहाव भी तेज है। जहां से छलांग लगाई, वहां टूटी हुई है साइड वॉल हमारी टीम सबसे पहले घटनास्थल यमुना ब्रिज पर पहुंची। ये यमुना ब्रिज शामली जिले के कस्बा कैराना में है। ब्रिज के एक तरफ यूपी और दूसरी तरफ हरियाणा के पानीपत जिले का बॉर्डर शुरू हो जाता है। दोनों राज्यों का बॉर्डर यमुना ब्रिज है। ब्रिज के नीचे काफी भीड़ इकट्ठा थी। ये सभी सलमान के परिजन, रिश्तेदार और परिचित हैं, जो लाशों को ढूंढने आए हैं। सलमान के पिता शफीक पेड़ के नीचे बैठकर रो रहे थे। हमने उनसे बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन रिश्तेदारों ने ये कहकर मना कर दिया कि वो हार्ट पेशेंट हैं।

इसी दौरान खबर आ गई कि सबसे बड़ी बेटी 12 साल की महक की लाश यमुना ब्रिज से करीब 12 किलोमीटर दूर मिल गई है। तुरंत ही PAC के गोताखोर मोटरबोट लेकर रवाना हो गए। उन्होंने लाश को बाहर निकाला। अब बाकी चारों लाशों की खोजबीन 15 किलोमीटर के एरिया में चल रही है। इस घटना को तीन दिन हो गए हैं। हम उस पॉइंट पर पहुंचे, जहां से सलमान बच्चों सहित यमुना नदी में कूदा था। दरअसल, ये यमुना ब्रिज जर्जर होने की वजह से बंद कर दिया गया था। पुलिस ने यहां बेरीकेड्स लगवा रखे हैं, जिससे पुराने ब्रिज पर कोई वाहन न जाए। सलमान बेरीकेड्स लांघकर वहां तक पहुंचा। जहां से वो नदी में कूदा, वहां ब्रिज की साइड वॉल टूटी है।

ये भी पढ़े

अपने हक के लिए सड़कों पर उतरे किन्नर, रूप ऐसा कि सभी रह गए भौचक्के

दरोगा बोले- हम तो पूरे दिन वहीं थे, तब भी पता नहीं चला घटनास्थल से सिर्फ 100 मीटर दूर यमुना ब्रिज पुलिस चौकी है। यहां हमें एक सब-इंस्पेक्टर मिले। आपको घटना की जानकारी कब हुई? इसके जवाब में सब-इंस्पेक्टर ने ऑफ कैमरा बताया-तीन अक्टूबर को पूरे दिन दुर्गा मूर्तियों का विसर्जन होता रहा। हम शाम तक यमुना ब्रिज के नीचे ही ड्यूटी पर तैनात रहे। पूरे दिन न तो हमने ऐसी कोई घटना देखी, न हमें किसी ने आकर बताया। चार अक्टूबर की सुबह हमें सलमान के परिजनों ने आकर उस घटना की सूचना दी। इसके बाद से कई लोग कह रहे हैं कि हमने उसको यमुना नदी में कूदते हुए देखा। लेकिन, एक भी ऐसा शख्स पुलिस के सामने नहीं आया है। फिलहाल पुलिस, पीएसी और प्राइवेट गोताखोर लाशों की खोजबीन में जुटे हैं।

ये भी पढ़े

जयपुर के अस्पताल में आग लगने से आठ मरीजों की मौत

रिश्तेदारों के समझाने पर भी नहीं मानी पत्नी, बार-बार भागती रही सलमान की शादी 14 साल पहले झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव अजीजपुर निवासी खुशनुमा उर्फ खुशी से हुई थी। हमने खुशनुमा के रिश्तेदार अहसान अंसारी से बात की। उन्होंने बताया- खुशनुमा का जिस लड़के से अफेयर था, वो मुजफ्फरनगर जिले में जौला गांव का रहने वाला है। उस लड़के की बहन कैराना कस्बे में रहती है। अक्सर ये लड़का अपनी बहन के यहां आता था। उसी घर के सामने सलमान अपनी पत्नी के साथ किराए पर रहता था। यहां से दोनों की प्रेम कहानी शुरू हुई। दोनों पहली बार करीब सात महीने पहले घर से फरार हो गए। तब तक किसी को उनके अफेयर की जानकारी नहीं थी। जब खुशनुमा घर लौटकर आई, तो हमने उसको खूब समझाया। उसने माफी मांग ली इसके बाद भी वो नहीं मानी और बार-बार बॉयफ्रेंड के साथ फरार होती रही। हमने खुशनुमा से साफ कहा कि वो उस लड़के से कोई भी रिश्ता खत्म कर दे। सलमान कहता था- मर तो सकता हूं, इसे छोड़ नहीं सकता पत्नी खुशनुमा के रिश्तेदार अहसान अंसारी बताते हैं- जब खुशनुमा नहीं मानी, तो हमने उसके पति सलमान से बात की। सलमान ने इसे भी ठुकरा दिया। लेकिन इसे छोड़ नहीं सकता। पता नहीं सलमान ने इस औरत में ऐसा क्या देखा था कि बार-बार समाज में बदनामी के बावजूद वो इसे छोड़ नहीं पा रहा था।

ये भी पढ़े

शरद पूर्णिमा : जानें किस मुहूर्त में आज रात रखें चांद की रोशनी में खीर

सलमान के चाचा जमील बताते हैं- मुझे करीब दो महीने पहले ही भतीजे की पत्नी खुशनुमा के अफेयर के बारे में पता चला। तब मैंने भतीजे को फोन करके पूछा कि मुझे कुछ पता चल रहा है?  फिर मैंने कहा कि अगर कोई दिक्कत-परेशानी हो, तो मुझे बता जरूर देना। कई बार पूछने के बावजूद सलमान ने मुझे कोई बात नहीं बताई। शायद वो ये सोचता था कि पत्नी के अफेयर की बात ज्यादा किसी को पता न चले और कुछ वक्त बाद पत्नी ठीक हो जाए। जमील आगे बताते हैं- भतीजे की पत्नी पाँच बार घर से जा चुकी थी। इसके बावजूद सलमान ने किसी से इस बात का गिला-शिकवा नहीं जताया। कि अगर वो दूसरा निकाह कर लेगा तो दूसरी बीवी पता नहीं चार बच्चों को संभाल पाएगी या नहीं। इसलिए सलमान ने बीवी के बार-बार घर से जाने की शिकायत न परिजनों-रिश्तेदारों से की, न पुलिस में कोई शिकायत की।

ये भी पढ़े

नाबालिग लड़की ने बच्ची को दिया जन्म

 

Analysis homeslider West Bengal

2026 में ममता को छोड़ मुस्लिम मुख्यमंत्री चाहते हैं मुसलमान

पश्चिम बंगाल में राजनीतिक परिदृश्य में लगातार बदलाव देखने को मिल रहे हैं, जहां 100 से अधिक विधानसभा सीटों पर मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं। यह वोट बैंक अब किसी एक नेता या पार्टी की गुलामी करने के बजाय अपनी शर्तें पेश कर रहा है और अपने हितों के अनुसार चुनाव लड़ने-हरने का […]

Read More
homeslider Uttar Pradesh

देश में साइबर सुरक्षा को मजबूती देगा TNV सिस्टम सर्टिफिकेशन

शाश्वत तिवारी लखनऊ। भारत के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित और मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए टीएनवी सिस्टम सर्टिफिकेशन ने आईएसओ/आईईसी 27001:2022 (सूचना सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली) के तहत उन्नत ऑडिटिंग और प्रमाणन सेवाओं की औपचारिक शुरुआत कर दी है। यह पहल देश में साइबर सुरक्षा को नई मजबूती देगी और भारत […]

Read More
homeslider Uttarakhand

कुम्भ मेले में राज्य की देवडोलियों, लोक देवताओं के प्रतीकों की शोभायात्रा निकलेगी : धामी

देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हरिद्वार में वर्ष 2027 में आयोजित होने वाला कुम्भ मेला देश-दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और धार्मिक परंपराओं को करीब से जानने का अवसर होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि मेले में राज्य की देवडोलियों, लोक देवताओं के प्रतीकों और चल-विग्रहों के […]

Read More