मेरी रचना माँ दुर्गा भजन: माँ दुर्गा स्तुति

कर्नल आदि शंकर मिश्र
कर्नल आदि शंकर मिश्र

मैया शैलसुता ब्रह्मचारिणी माँ,
चंद्रघंटा देवी कुशमांडा माता,
स्कन्दमाता कात्यायिनी माता,
कालरात्रि, महागौरी सिद्धिदात्री
माता का आवाहन करिये करिये।

युग पाणि जुड़े हैं विनती में,
हे मातु दया करिये करिये,
अभिमान मिटे तन का मेरे,
तन कष्ट मेरा हरिये हरिये।

लक्ष्मी, दुर्गा तुम सरस्वती,माँ,
तुम हो महिसासुर मर्दिनि माँ,
धरती के सब पाप हरिए हरिये,
माँ, भक्तों पे कृपा करिये करिये।

मैया तुम तो शेरा वाली हो,
काली तुम खप्पर वाली हो,
माँ दुर्गा क्षमा शिवाधात्री हो,
माँ जग के संकट हरिये हरिये।

मैया तेरे दर पे सब भक्त खड़े,
पहाड़ों वाला सरूप धरिये धरिये,
अगर कपूर से ज्योति जलाकर,
आरती पूजा स्वीकृत करिये करिये।

जय मैया ओ शेरा वाली माँ,
मेरी मातु पहाड़ों वाली माँ,
तेरे दरशन को हम तरस रहे माँ,
दर्शन देके उपकृत करिए करिये।

ब्रह्माणी रुद्राणी तुम कमलारानी,
आगम निगम बखानी शिव पटरानी,
आदित्य पुकार रहा सुनिये सुनिये,
मैया हम सब के पाप हरिये हरिये।

 

Litreture

नार्वे के भारतीय लेखक के दो लघु कथाओं की समीक्षा

समीक्षक: डॉ ऋषि कुमार मणि त्रिपाठी प्रेम प्रस्ताव(लघुकथा) कथाकार-सुरेश चंद्र शुक्ल’ शरद आलोक’ समीक्षक- डॉ ऋषि कमार मणि त्रिपाठी लेखक ने ओस्लो के एक चर्च मे मारिया के पति के अंतिम संस्कार के एक दृश्य का वर्णन किया है। किस प्रकार लोग शामिल हुए,फूलों के गुलदस्तों मे संदेश और श्रद्धांजलि देने वालो के नाम लिखे […]

Read More
Litreture

चार लघु कथाओं की समीक्षा

समीक्षक: डॉ ऋषिकुमार मणि त्रिपाठी लेखक सुरेश शुक्ल ‘शरद आलोक’ लघु कथा एक झलक लेखक सुरेश शुक्ल ‘शरद आलोक’ साग्न स्टूडेंट टाउन से मशहूर क्लब सेवेन शहर ओस्लो के मध्य रात ग्यारह बजे आगए। डिस्कोथेक के जीवंन्त संगीत आर्केस्ट्रा सभी नि:शुल्क प्रवेश  मदिरा पीकर अनजान लड़कियो के बांहो मे बाहें डाले रात भर नाचते। मै […]

Read More
Litreture

जल की एक बूंद

जल की एक बूंद करती है सृजन रचती है विश्व को । जल की एक बूंद बनती वंश लोचन सीप मे मोती गजमुक्ता चमकाती आनन । जल की एक बूंद करती है प्राणदान बनती चरणामृत विष्णु पदनख की सुरसरिता पालती विश्व को। जल की एक बूंद ऋषियों का अस्त्र थी नयनो की भाषा बच्चों की […]

Read More