कविता : निर्जल उपवास व नशामुक्त भारत

कर्नल आदि शंकर मिश्र
कर्नल आदि शंकर मिश्र

निर्जल उपवास रखे कोई,
कोई नशे में धुत्त हो जाये,
यह बात बहुत अनैतिक है,
इस पर विचार किया जाये।

नशा मुक्त वृत आप करो,
पत्नी का पूरा सम्मान करो,
वह जननी है, बेटी व बहन है,
उसके इस वृत का मान करो।

नशा मुक्त भारत को करना है,
यह शपथ हम पुरुषों को लेना है,
भारत से नशे का रोग जो फैला है,
उसको समूल समाप्त कर देना है।

भारत का हर शख़्स और हर बच्चा,
नशा त्याग अपना चरित्र निर्माण करे,
आइये प्रतिज्ञा ऐसी हम सब लेते हैं,
आदित्य भारत नशामुक्त कर देते हैं।

 

Litreture

लघु-कथाकार नोबेल विजेताः एलिस का चला जाना !

के. विक्रम राव साहित्य के प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार की विजेता एलिस मुनरो का कल (15 मई 2024) कनाडाई नगर ओंतारियों में निधन हो गया। वे 92 वर्ष की थीं। मतिभ्रम से पीड़ित थीं। लघु-कथा लेखिका के रूप में मशहूर एलिस की समता भारतीय लघुकथाकार मुल्कराज आनंद और आरके नारायण से की जाती है। रूसी कथाकार […]

Read More
Litreture

नार्वे के भारतीय लेखक के दो लघु कथाओं की समीक्षा

समीक्षक: डॉ ऋषि कुमार मणि त्रिपाठी प्रेम प्रस्ताव(लघुकथा) कथाकार-सुरेश चंद्र शुक्ल’ शरद आलोक’ समीक्षक- डॉ ऋषि कमार मणि त्रिपाठी लेखक ने ओस्लो के एक चर्च मे मारिया के पति के अंतिम संस्कार के एक दृश्य का वर्णन किया है। किस प्रकार लोग शामिल हुए,फूलों के गुलदस्तों मे संदेश और श्रद्धांजलि देने वालो के नाम लिखे […]

Read More
Litreture

चार लघु कथाओं की समीक्षा

समीक्षक: डॉ ऋषिकुमार मणि त्रिपाठी लेखक सुरेश शुक्ल ‘शरद आलोक’ लघु कथा एक झलक लेखक सुरेश शुक्ल ‘शरद आलोक’ साग्न स्टूडेंट टाउन से मशहूर क्लब सेवेन शहर ओस्लो के मध्य रात ग्यारह बजे आगए। डिस्कोथेक के जीवंन्त संगीत आर्केस्ट्रा सभी नि:शुल्क प्रवेश  मदिरा पीकर अनजान लड़कियो के बांहो मे बाहें डाले रात भर नाचते। मै […]

Read More