कूनो में एक और चीते की मृत्यु

श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में आज उदय नाम के एक चीते की मृत्यु हो गयी। पिछले माह ही राष्ट्रीय उद्यान में एक मादा चीता की मृत्यु हो गयी थी। वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी जे एस चौहान ने उदय नाम के नर चीते की मृत्यु की पुष्टि करते हुए कहा कि उसके आज सुबह अचानक अस्वस्थ दिखने की खबर मिली थी। इसके बाद वन्यजीव विशेषज्ञो ने भी उसके स्वास्थ्य की जांच की। उसका इलाज भी किया गया, लेकिन अपरान्ह बाद उसने दम तोड़ दिया। इस चीते की उम्र लगभग छह वर्ष बतायी गयी है। इसकी मृत्यु के कारणों की जांच के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार भी किया जा रहा है। पिछले माह लगभग पांच वर्ष की आयु वाली मादा चीता की मृत्यु हुयी थी। उसके किडनी में संक्रमण था।

देश में लगभग सात दशक पहले चीता विलुप्त हो चुके थे। इन्हें फिर से बसाने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत पिछले वर्ष 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं अपने जन्मदिन पर कूनो राष्ट्रीय उद्यान आए थे और नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को उद्यान में छोड़ा गया था। इसके बाद फरवरी माह में 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से लाकर छोड़े गए थे।

इस तरह देश में चीता बसाने के लिए कूनो राष्ट्रीय उद्यान में कुल 20 चीते छोड़े गए थे, जिनमें से दो की मृत्यु हो गयी है। हालाकि 29 मार्च को एक मादा चीता ने चार शावकों को भी जन्म दिया है। देश में चीता को फिर से बसाने की इस परियोजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए राज्य के वन विभाग के अलावा केंद्रीय स्तर पर विशेषज्ञों का दल भी लगातार नजर रखे हुए है। चीतों के प्रत्येक कदम की निगरानी के लिए आधुनिक उपकरणों की मदद भी ली जा रही है। (वार्ता)

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