जयपुर से राजेंद्र गुप्ता
राम भक्त हनुमान की जयंती हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। उनका जन्म चैत्र पूर्णिमा दिन मंगलवार को हुआ था। उत्तर भारत में चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। 05 अप्रैल दिन बुधवार को सुबह 09:19 बजे से चैत्र पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी। राम भक्त हनुमान की जयंती हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। हालांकि देश के कुछ हिस्सों में अन्य तिथियों पर भी मनाते हैं। उत्तर भारत में चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, वीर हनुमान जी रुद्रावतार हैं। उनका जन्म चैत्र पूर्णिमा दिन मंगलवार को हुआ था। उनके पिता वानरराज केसरी और माता का नाम अंजना है। हनुमान जी का जन्म भगवान राम की सेवा के लिए हुआ। उन्होंने सीता माता की खोज और लंका विजय करने में प्रभु राम की मदद की।
हनुमान जयंती की तिथि
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल 05 अप्रैल दिन बुधवार को सुबह 09:19 बजे से चैत्र पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी और 06 अप्रैल दिन गुरुवार को सुबह 10:04 बजे इसका समापन होगा। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर हनुमान जयंती 06 अप्रैल गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन व्रत रखा जाएगा और वीर बजरंगबली की पूजा की जाएगी।
हनुमान जयंती का पूजा मुहूर्त
06 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन आप सुबह में पूजा कर सकते हैं। सुबह 06 बजकर 06 मिनट से शुभ उत्तम मुहूर्त बन रहा है, जो सुबह 07 बजकर 40 मिनट तक है। उसके बाद दोपहर में 12 बजकर 24 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक लाभ उन्नति मुहूर्त है। जो लोग शाम के समय में हनुमान जयंती की पूजा करना चाहते हैं, वे शाम को 05 बजकर 07 मिनट से रात 08 बजकर 07 मिनट के बीच कर सकते हैं। हनुमान जयंती को शाम 05:07 बजे से लेकर शाम 06:42 बजे तक शुभ उत्तम मुहूर्त है। वहीं, शाम 06 बजकर 42 मिनट से रात 08 बजकर 07 मिनट तक अमृत सर्वोत्तम मुहूर्त है।
हनुमान जयंती का शुभ समय
हनुमान जयंती के दिन अभिजित मुहूर्त दिन में 11 बजकर 59 मिनट से दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक है। यह उस दिन का शुभ समय है। इस दिन हस्त और चित्रा नक्षत्र में हनुमान जयंती मनाई जाएगी।
हनुमान जयंती की पूजा
06 अप्रैल को हनुमान जयंती की पूजा शुभ उत्तम मुहूर्त में करें या फिर अपने सुविधानुसार मुहूर्त में भी पूजा कर सकते हैं। आज हनुमान जी को लाल पुष्प, सिंदूर, अक्षत्, पान का बीड़ा, मोतीचूर के लड्डू, लाल लंगोट आदि अर्पित करें। फिर हनुमान चालीस का पाठ करें। हनुमान मंत्र का जाप भी कल्याणकारी होगा। उसके बाद हनुमान जी की आरती करें। बजरंगबली के आशीर्वाद से आपके पूरे परिवार की उन्नति होगी। संकट मिटेंगे और दोष दूर होंगे।