कर्तव्य पथ पर भारत ने थल से लेकर आसमान तक किया शौर्य-पराक्रम का प्रदर्शन, विभिन्न राज्यों की झांकी रही आकर्षण का केंद्र, देखें तस्वीरें

राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश भर में गणतंत्र दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। ‌ कर्तव्य पथ सांस्कृतिक विविधता और कई अन्य अनूठी पहलों का गवाह बना। इस बार गणतंत्र दिवस पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी मुख्य अतिथि थे। गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की पूरी महिला टुकड़ी दिखीं। राफेल, सुखोई और जगुआर समेत तमाम विमानों की सुनाई दी गर्जना।


आज पूरा भारत गणतंत्र दिवस धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। राज्य की राजधानियों में गणतंत्र दिवस पर संस्कृति कार्यक्रमों के साथ तिरंगा फहराया गया। इस मौके पर राजधानी नई दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान मौसम खराब था और कोहरा छाया रहा। देश में पहली बार आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने परेड की सलामी ली। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ से राष्ट्र का नेतृत्व किया। इस कार्यक्रम में भारत की सेना के अलावा मिस्त्र की सेना के दस्ते ने भी हिस्सा लिया। इस मौके पर कर्तव्य पथ पर निकाली गई परेड में स्वदेशी सैन्य पराक्रम और नारी शक्ति की ताकत नजर आई। गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘कर्तव्य पथ’ देश के सैन्य कौशल, सांस्कृतिक विविधता और कई अन्य अनूठी पहलों का गवाह बना।

इस बार गणतंत्र दिवस पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी मुख्य अतिथि थे। सीआरपीएफ का ऑल वुमन कॉन्टिजेंट दिखा, गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की पूरी महिला टुकड़ी दिखीं। नौसेना सहित कई अन्य सैन्य टुकड़ियों में इस बार महिलाएं शामिल दिखीं। एक महिला अधिकारी के नेतृत्व में नौसेना की टुकड़ी में तीन सैनिक और छह अग्निवीर दिखे। 18 फीट ऊंची सीढ़ी पर चढ़ डेयर डेविल्स ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। 50 एयरक्राफ्ट के फ्लाई पास्ट में राफेल गरजे। पहली बार अग्निवीर परेड में शामिल हुए। 74वें गणतंत्र दिवस पर देश ने दुनिया की एकमात्र सक्रिय घुड़सवार सेना ’61वीं कैवेलरी’ रेजिमेंट देखी। 61 कैवेलरी रेजिमेंट में सभी ‘स्टेट हॉर्स यूनिट्स’ समिलित हैं और इसका नारा ‘अश्व शक्ति यशोबल’ है। परेड में 75 आर्मर्ड रेजीमेंट के ‘अर्जुन’ टैंक भी देखा गया। इसका नेतृत्व कैप्टन अमनजीत सिंह ने किया।

एमबीटी अर्जुन भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है। राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत तमाम मंत्री और तमाम हस्तियां मौजूद रहे। इसके साथ पूरे देश भर में गणतंत्र दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। ठंडी हवा चलने से कई केंद्रीय मंत्री शॉल लपेटे हुए थे। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई गणमान्य लोग शॉल लपेटे हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परेड से पहले वॉर मेमोरियल गए। शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मोदी भगवा-पीले-लाल रंग की राजस्थानी पगड़ी और सफेद मफलर में नजर आए। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली बार गणतंत्र दिवस पर कुर्ता-पायजामा पहना था। उनके गले में मणिपुर का पारंपरिक लेंग्यान गमछा था। उन्होंने उत्तराखंड की टोपी पहनी थी, जिस पर ब्रह्मकमल बना था।

इस बार गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ की प्रथम पंक्ति पर श्रमजीवी बैठे हुए नजर आए…

गणतंत्र दिवस समारोह की थीम ‘आम लोगों की भागीदारी’ पर सरकार का जोर रहा। गणतंत्र दिवस पर अग्रिम पंक्ति में सेंट्रल विस्टा के निर्माण में काम कर चुके श्रमिकों, उनके परिवारों, कर्तव्य पथ की देखभाल करने वाले कर्मियों सहित रिक्शाचालकों, छोटे दुकानदारों एवं सब्जी बेचने वाले को बिठाया गया। इन सब लोगों को सरकार ने श्रमजीवी का नाम दिया हैं। परेड के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सभी श्रमजीवी से मिलने भी पहुंचे।

गणतंत्र दिवस पर यूपी-उत्तराखंड समेत 17 राज्यों की झांकियों ने किया प्रदर्शन…

गणतंत्र दिवस पर 17 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और छह विभिन्न सरकारी मंत्रालयों से 23 झांकियों का प्रदर्शन किया गया। इन झांकियों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और राष्ट्रीय सुरक्षा को दिखाया गया। यूपी की झांकी में इस बार अयोध्या में मनाई जाने वाली दीपावली को दिखाया गया। वहीं, हरियाणा की झांकी में भगवद गीता पर आधारित प्रदर्शनी दिखाई गई। झांकी में भगवान कृष्ण को अर्जुन के सारथी के रूप में दर्शाया गया। वहीं कर्तव्य पथ पर उत्तराखंड की दिव्य और भव्य मानसखंड की झलक दिखी। मानसखंड झांकी के अगले और मध्य भाग में कॉर्बेट नेशनल पार्क में विचरण करते हुए हिरण, बारहसिंघा, घुरल, मोर समेत विभिन्न पक्षी दिखाई दिए। झांकी के पिछले भाग में प्रसिद्ध जागेश्वर मंदिर समूह और देवदार के वृक्षों को दिखाया गया

आसमान में प्रचंड, राफेल और सुखोई समेत तमाम विमानों ने दिखाए करतब…

आसमान में प्रचंड और राफेल समेत 50 विमानों की उड़ान ने सीमाओं से परे भारतीय वायु सेना की शक्ति प्रदर्शित की। ये दृश्य हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा करने वाला रहा। 90 मिनट की परेड में 23 झांकियां दिखीं। इनमें राज्यों की और मंत्रालयों-विभागों की झांकियां शामिल रहीं। जहां यूपी की झांकी में अयोध्या की झलक दिखी, तो वहीं गृह मंत्रालय द्वारा नशा मुक्त भारत की झांकी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की झांकी में ‘नारी शक्ति’ को दर्शाया गया। इसके साथ कई राज्यों की झांकी भी दिखाई दी। आखिर में भारतीय सेनाओं के 50 विमानों ने फ्लाई पास्ट किया। फ्लाई पास्ट में भारतीय वायु सेना के 45 विमानों, भारतीय नौसेना के एक और भारतीय सेना के चार हेलिकॉप्टरों सांसों को थाम देने वाला एयर शो दिखाएं। इसमें राफेल, मिग-29, एसयू-30, सुखोई-30 एमकेआई जगुआर, सी-130, सी-17, डोर्नियर, डकोटा, एलसीएच प्रचंड, अपाचे, सारंग और एईडब्ल्यूएंडसी जैसे पुराने और आधुनिक विमान/हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ के ऊपर, बाज, प्रचंड, तिरंगा, तंगैल, वजरंग, गरुड़, भीम, अमृत और त्रिशूल समेत कई रूपों में उड़कर आसमान में गर्जना की। राफेल लड़ाकू विमान द्वारा वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास किया गया।

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