भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण तुलसी मैया के विवाह में

कर्नल आदि शंकर मिश्र
कर्नल आदि शंकर मिश्र

भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण
प्रियवर तुम्हें बुलाने को,
तुलसी मैया के विवाह में,
आप सभी को आने को।
भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण….

पहला न्योता प्रथम पूज्य को
श्रीगणपति जी विघ्नहरण को
दूजा न्योता माँ अन्नपूर्णा को,
भरा रहे घर का भंडार सब को।
भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण….

तीसरा न्योता श्री सीता राम को,
मर्यादा पुरुषोत्तम है नाम जिनको,
चौथा न्योता श्री राधाकृष्ण जी को,
गोपियाँ कर रही हैं पुकार जिनको।
भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण….

कविता : जागो गोविंद हरि, जागो गोविंद

पाँचवा न्योता श्री शिवपार्वती को
लें सम्भाल घर संसार सबको,
छठवाँ न्योता सब देव देवियों को,
कर दें नैया से पार हम सबको।
भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण….

सातवाँ न्योता सगे सम्बन्धियों को
दें आदित्य आशीर्वाद तुलसीजी को,
मण्डप करें सुशोभित आकर आज,
बरसावें फूल, कर दें अचल सुहाग।
भेज रहा हूँ नेह निमंत्रण ….

 

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