चेहरे तमाम कातिल कौन

नामजद हिस्ट्रीशीटर और उसके गुर्गों के अलावा करीबियों पर भी पुलिस की नज़र

कृष्णा नगर क्षेत्र में हुई घटना का मामला


ए अहमद सौदागर


लखनऊ। किसने बुजुर्ग महिला मधुबाला श्रीवास्तव को मौत की नींद सुलाया, किसने बेखौफ होकर घर में दाखिल होकर हत्या की, किसके इशारे पर कत्ल किया। चेहरे तमाम हैं, लेकिन कातिल कौन है जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर ललित सोनकर या फिर कोई और है यह सवाल पुलिस के सामने है। गहरी रंजिश या फिर जायदाद विवाद को लेकर पुलिस की तफ्तीश शुरू है। जानकारों की मानें तो पुलिस की निगाहें सिर्फ हिस्ट्रीशीटर ललित सोनकर पर नहीं, बल्कि उस शख्स पर नज़र गड़ाए हुए है जो घर की पूरी तरह से पृष्ठभूमि की जानकारी है।

इस संबंध में सवाल करने पर डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक का कहना है कि कातिलों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही पकड़ लिए जाएंगे। सनद रहे कि कृष्णा नगर क्षेत्र के भोलाखेड़ा निवासी 71 वर्षीय बुजुर्ग महिला मधुबाला श्रीवास्तव की मंगलवार देर रात बेखौफ बदमाशों ने बेरहमी से कत्ल कर दिया था। इस मामले में घरवालों ने जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर ललित सोनकर और उसके गुर्गों पर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस नामजद रिपोर्ट दर्ज कर उनकी तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग महिला मधुबाला ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स से सेवानिवृत्त होने के बाद अपनी भतीजी प्रीति, उसके पिता मुस्कान व सौजन्य सक्सेना के साथ रहतीं थीं।

,,, बेखौफ अपराधी और बेफिक्र खाकी,,,

राजधानी में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि कत्ल जैसी जघन्य वारदात को अंजाम देने में नहीं हिचक रहे हैं।
घर में घुसकर तो कभी सरेराह हत्या हो रही है। हत्या करके नदी, नहर और खेतों या फिर जंगलों लाशें फेंकी जा रही हैं।
घटना में किसी के नामजद होने पर तो आसानी से राजफाश हो जाता है, लेकिन कातिल के अज्ञात होने पर पुलिस गुत्थी सुलझाने में पिछड़ रही है। कृष्णा नगर क्षेत्र के भोला खेड़ा में रहने वाली बुजुर्ग महिला मधुबाला श्रीवास्तव हत्याकांड में भले ही नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई हो, लेकिन पुलिस के यह घटना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।साफ़ नज़र आ रहा है कि मधुबाला के कुछ करीबियों की बातें पुलिस की तफ्तीश के दौरान विरोधाभास लग रही।

वहीं सूत्रों की मानें तो इस सनसनीखेज मामले में पुलिस फूंक फूंककर क़दम बढ़ा रही है कि कहीं कोई निर्दोष न पहुंच जाए सलाखों के पीछे। इस मामले में डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक का कहना है कि इस मामले में गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है और नामजद आरोपियों के अलावा कई दिशाओं को जोड़कर गहन छानबीन की जा रही है। उन्होंने बताया कि कातिलों की गर्दन तक पहुंचने के पुलिस की टीमों ने अलग अलग दिशाओं में जाल बिछा दिया है और उम्मीद है कि जल्द ही पकड़ लिए जाएंगे।

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