- आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल शकील की सहयोगी है शाहीन
- जम्मू-कश्मीर पुलिस लेकर गई, अब उगलेगी कई राज
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। आतंक का रास्ता अपनाने वाली महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है। बेखौफ शाहीन एके 47 लेकर चलती थी। पुलिस को उसकी कार से बरामद हुई तो हर कोई दंग रह गया है। पुलिस मामले की पड़ताल उसे जम्मू-कश्मीर अपने साथ लेकर चली गई है। बताया जा रहा है कि आतंक संगठन से ताल्लुक रखने वाली महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद राजधानी लखनऊ के लालबाग की निवासी है। वह फरीदाबाद आतंकी साजिश में गिरफ्तार डॉक्टर मुजम्मिल शकील की सहयोगी और घनिष्ठ मित्र थी। आतंकी मुजम्मिल शाहीन की कार इस्तेमाल करता था। महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद के खिलाफ पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवा – उल-हिंद से जुड़े होने के आरोप हैं। आईजी एलआर कुमार का कहना है कि शाहीना के बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस से जानकारी जुटाई जा रही है। जांच-पड़ताल में सामने आया कि डॉक्टर शाहीन शाहिद का संपर्क कई संदिग्ध आतंकियों से था जिनका तार पाकिस्तान में बैठे आतंकियों से जुड़ी हुई है। पुलिस का दावा है कि यह मॉड्यूल भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने की साजिश रच रहा था। अब तक मॉड्यूल से जुड़े सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनसे 2900 किलो IED भी जब्त किया गया है।
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ये सभी हथियार और कारतूस डॉक्टर शाहीन शाहिद की कार से बरामद हुए,
बताया जा रहा है कि अल – फलाह यूनिवर्सिटी की मेंबर रही डॉ. शाहीन शाहिद का नाम फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ा बताया जा रहा है, जहां वे किसी शैक्षणिक प्रोजेक्ट या स्वास्थ्य सेवा से संबंधित भूमिका में थीं। हालांकि, पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या यूनिवर्सिटी के माध्यम से भी किसी तरह का आतंकी फंडिंग नेटवर्क संचालित किया जा रहा था या नहीं। बताया जा रहा है शाहीन लंबे समय से संदिग्ध लोगों के संपर्क में थी और कई बार जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के बीच सफर भी कर चुकी है। जांच एजेंसियां अब उसके मोबाइल डेटा, बैंकिंग रिकॉर्ड और विदेशी कॉल डिटेल्स खंगाल रही हैं ताकि नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके।
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संदिग्ध आतंकी डॉक्टर आदिल गिरफ्तारी के बाद चार राज्यों से जुड़े आतंकी तार
सात नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सहारनपुर (यूपी) से डॉ. आदिल (अदील) अहमद को गिरफ्तार किया था। यह अनंतनाग (कश्मीर) का रहने वाला है। आदिल अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) में प्रैक्टिस करता था। 2024 में इसने वहां से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह सहारनपुर में प्रैक्टिस करने लगा। बताया जा रहा है कुछ दिन पहले श्रीनगर के कई इलाकों में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें आतंकी संगठन के समर्थन में बातें लिखी थीं। घटना के बाद श्रीनगर में तनाव फैल गया था। पुलिस ने 28 अक्टूबर को मामले में केस दर्ज किया था। जांच के दौरान पुलिस ने आसपास के CCTV फुटेज खंगाले, जिनमें डॉ. आदिल पोस्टर लगाते हुए नजर आया। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
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सहारनपुर में वही अस्पताल है, जहां डॉक्टर आदिल प्रैक्टिस करता था। पूछताछ में फरीदाबाद के डॉक्टर मुजम्मिल शकील का नाम एजेंसियों के हाथ लगा। पूछताछ के आधार पर फरीदाबाद में डॉक्टर डॉ. मुजम्मिल शकील के कमरे पर छापा मारा। जानकारी के मुताबिक डॉ. मुजम्मिल ने फरीदाबाद के धौज गांव में तीन महीने पहले किराए पर कमरा लिया था। वह यहां रहता नहीं था, केवल सामान रखने के लिए कमरा लिया था। जम्मू कश्मीर पुलिस के मुजम्मिल फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। वह पुलवामा के कोइल का रहने वाला है। इसके बाद रविवार को उसके कमरे में छापेमारी की गई तो मौके से करीब 360 किलो विस्फोटक बरामद किया गया। वह अमोनियम नाइट्रेट हो सकता है।
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फिर फैलता जा रहा है आतंकवाद
फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल, लखनऊ से महिला डॉक्टर शाहिन शाहिद, गुजरात से गिरफ्तार डॉ अहमद मोहियुददीन, आजाद सुलेमान शेख व मोहम्मद सुहैल की गिरफ्तारियों से यही लग रहा है कि देश व प्रदेश आतंक का पर्याय बन चुका है। इंडियन मुजाहिदीन संगठन या फिर जैश-ए-मोहम्मद के जरिए काम कर रहा है। सिलसिलेवार तरीके से हुई धरपकड़ से एक फिर साफ हो गया है कि आतंकी संगठन अभी भी चरम पर है। हालांकि एटीएस और एसटीएफ टीम ने इनकी कमर तोड़ने के लिए जाल बिछा दिया है।
