
- कोई जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की आंशका
- डॉग स्क्वायड व फिंगर प्रिंट दस्ते के साथ छानबीन करने में जुटे पुलिस अफसर
- कमरे से मिला सुसाइड नोट, देर तक नहीं पता चला था जान देने का कारण
- चौक थाना क्षेत्र में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। घरेलू कलह, बेरोज़गारी या फिर कर्ज को लेकर जान देने का सिलसिला थम नहीं रहा है। चौक क्षेत्र के नक्खास स्थित अशरफाबाद निवासी 48 वर्षीय कपड़ा कारोबारी शोभित रस्तोगी, उनकी पत्नी सुचिता व 16 वर्षीय बेटी ख्याति रस्तोगी फ्लैट के कमरे में मृत पड़े मिले। सोमवार सुबह कमरे से देर तक न निकलने पर आसपास में रहने वालों ने आवाज दी। जवाब न मिलने पर लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे तो वहां का मंजर देख दंग रह गए। कपड़ा कारोबारी, उनकी पत्नी व बेटी का शव बेड पर पड़ा था। पुलिस आनन-फानन में तीनों को अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। इस संबंध में डीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि सुसाइड नोट में क्या लिखा है इसको देखा नहीं गया है। पुलिस डॉग स्क्वायड व फिंगर प्रिंट दस्ते के साथ छानबीन शुरू कर दी। आंशका जताई जा रही है कि अधिक कर्ज होने से दंपति ने बेटी के साथ कोई जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी है।
जांच-पड़ताल में जुटे पुलिस अधिकारियों का कहना है इससे नकारा नहीं जा सकता लिहाजा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ पता चल सकेगा कि इनकी मौत कैसे हुई है। मामले की पड़ताल कर पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव के मुताबिक शोभित रस्तोगी कपड़े का कारोबार करते हैं और उनकी दुकान राजाजीपुरम में है। वह पत्नी सुचिता व बेटी ख्याति रस्तोगी के साथ चौक थाना क्षेत्र के नक्खास के अशरफाबाद स्थित एक फ्लैट में रहते थे। सोमवार सुबह कमरे में शोभित रस्तोगी, सुचिता रस्तोगी व बेटी ख्याति रस्तोगी की एक साथ शव मिलने की खबर पर इलाके में सनसनी फ़ैल गई। वहां पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। आंशका जताई जा रही है कारोबार में घाटा होने पर शोभित ने यह कदम उठाया। डीसीपी पश्चिमी के मुताबिक इस मामले में गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है।
बुझ गए परिवार के चिराग, चारों ओर चीख-पुकार
कपड़ा कारोबारी शोभित रस्तोगी, उनकी पत्नी सुचिता व बेटी ख्याति की मौत की सूचना करीबी व रिश्तेदारों को मिली तो मुहल्ले में में मातम छा गया। जब तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा था तो मानों करीबियों पर कहर का पहाड़ टूट पड़ा। लोगों की आंख में आंसू थे। हर किसी के जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर शोभित ने यह कदम क्यों उठाया। इस मामले में डीसीपी पश्चिमी का कहना है कई बिंदुओं पर गहनता से छानबीन की जा रही है।