भैरहवा। भारत-नेपाल सीमा से सटे सुंडी व हरदडाली गांव इन दिनों तस्करी को लेकर काफी चर्चा में है । सुंडी , हरदीडाली गांव के सीमा से सटे दर्जन भर से अधिक दुकानदारों ने जीएसटी का पंजीकरण करा उनकी आड़ में सामान इकट्ठा कर तस्कर कैरियरों के माध्यम से सीमापार खोले गये दुकानों पर भेजा जा रहा है । सबसे चौंकाने आने वाली बात यह है कि सीमा पर खोले गए दुकानदारों द्वारा ट्रकों का ट्रक सामान मंगाया जाता है। जब किसीमा से सटे खोले गये दुकानदारों के आसपास की आबादी काफी कम है, बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है ।
कि इतनी भारी मात्रा में मंगाए गए सामानों की खपत कहां की जा रही है । तस्करी कराने वाले कुछ दुकानदारों द्वारा अपनी दुकान भारतीय सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ नेपाल में भी खोल रखा है । जिसकी दुकानों की आड़ में सामानों को भारी मात्रा में तस्करी कर नेपाल पहुंचाया जा रहा है। जहां एक तरफ नेपाल सीमा के मुख्य नाकों पर सौ रुपये से अधिक के सामानों पर भंसार( कस्टम) ड्यूटी लिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ पगडंडी रास्तों पर भारी मात्रा में खुलेआम तस्करी जारी है । सुंडी, हरदीडाली गांव के रास्ते नेपाल के कदमाहवा, त्रिलोकपुर होते हुए खाद,चीनी, तेल कपड़ा , हार्डवेयर,खाद्यान्न सहित कई सामानों को भारी मात्रा में सैकड़ों मोटरसाइकिल कैरियर के माध्यम से कैरिंग करा कर सीधे नेपाल पहुंचाया जा रहा है। सशस्त्र सीमा बल के असिस्टेंट कमांडेंट परमात्मा सिंह का कहना है कि सीमा से हो रही तस्करी के संबंध में जानकारी मिली है।कार्रवाई की जायेगी । रूपंदेही जिले के सशस्त्र प्रहरी बल के एसपी दीपक थापा का कहना है कि तस्करी के मामले में जानकारी मिली है ।जल्द ही कार्रवाई की जाएगी ।