- दो साथियों के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम
- मुख्य खूनी लुटेरा सहित दो गिरफ्तार, एक की तलाश
- गाजीपुर थानाक्षेत्र में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। आखिर कोई किस पर भरोसा करे। लखनऊ विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक सामानों की ठेकेदारी करने वाले वसीम खान जिस पूर्व चालक अयोध्या जिले के बाबा बाजार थाना क्षेत्र स्थित लोहटी सरैया निवासी जितेन्द्र सिंह भरोसा किया वही उनकी 60 वर्षीय पत्नी नफीस फातिमा की जान का दुश्मन बन गया। लूट-पाट के इरादे से पूर्व चालक जितेन्द्र ने दिनदहाड़े घर में घुसकर अपने दो साथियों लोहटी सरैया निवासी संतोष कुमार व बाराबंकी निवासी इरशाद के मिलकर लूटपाट का विरोध करने पर नफीस फातिमा को मौत की नींद सुला दिया था।
पुलिस ने गुरुवार को इस सनसनीखेज मामले का खुलासा कर जितेन्द्र सिंह व संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लूटे गए नकदी और जेवर बरामद कर लिया है। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी के मुताबिक इस गिरोह में शामिल इरशाद अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। उन्होंने बताया कि इरशाद की तलाश में पुलिस की टीमें उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है और उम्मीद है कि जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
सनद रहे कि गाजीपुर थानाक्षेत्र के शक्ति नगर स्थित एफएम अपार्टमेंट में रहने वाले ठेकेदार वसीम खान की पत्नी नफीस फातिमा की बुधवार को दिनदहाड़े उन्हीं के घर में हत्या कर दी गई थी। पुलिस अफसरों ने छानबीन की तो हत्या करने का शक जानने वाले पर ही गहराया। तभी से पुलिस उस शख्स पर नजर रख रही थी। जो वसीम खान का पूर्व चालक था। पुलिस ने वसीम के बताए गए हुलिए के आधार पर खूनी लुटेरों तक पहुंच गई और पूर्व चालक जितेन्द्र सिंह व उसके साथी संतोष को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी ने बताया कि पकड़ा गया हत्यारोपी जितेन्द्र सिंह वसीम खान को बुधवार को बहाने से पालीटेक्निक के पास मिलने के लिए बुलाया। वसीम खान जैसे ही पालीटेक्निक के लिए निकले कि शातिराना दिमाग वाले जितेन्द्र ने अपने दो साथियों संतोष और इरशाद के साथ मिलकर लूटपाट कर घर में मौजूद बुजुर्ग महिला नफीस फातिमा का कत्ल कर दिया। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी का कहना है कि फरार चल रहे इरशाद की तलाश में उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।