लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की नैक ग्रेडिंग हेतु तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने SSR का क्राइटेरिया वाइज बिंदुवार अवलोकन करते हुए टीम के सदस्यों से सुधार हेतु व्यापक चर्चाएं की। प्रस्तुतिकरण में सभी बिंदुओं पर गतिविधि युक्त फोटो कैप्शन सहित लगाने हेतु जोर दिया। कहा कि विश्वविद्यालय अपने शिक्षण में ट्रांसजेन्डर्स की शिक्षा के कार्यक्रम भी जोड़े।
विश्वविद्यालय की सभी गतिविधियों में विद्यार्थियों की प्रतिभागिता बढ़ाने का निर्देश देते हुए उन्होंने प्रस्तुतिकरण में स्टूडंट्स सेटिस्फेक्शन सर्वे पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा कृषि कार्यों में उपयोग में लाए जा रहे द्रोण के गतिविधि युक्त फोटो SSR के हाइपर लिंक्स में जोड़ने और समृद्ध भाषा में प्रस्तुतिकरण बनाने को कहा। उन्होंने डिजीलाकर में डिग्री अपलोड करने का कार्य, आडिट के लाभों, विश्वविद्यालय द्वारा ऊसर जमीन पर पैदा हो सकने वाली कृषि किस्मों का विकास और उसका देश के अन्य भागों में भी हो रहे बेहतर उपयोग का विवरण भी जोड़ने को कहा। विश्वविद्यालय अपनी विशेषताओं को अपने SSR में हाइलाइट करे।
विश्वविद्यालय द्वारा अपनी बेस्ट प्रैक्टिस के प्रस्तुतिकरण के दौरान थारू जनजाति के हित में किए गए कार्यों का उल्लेख भी किया गया। राज्यपाल ने इस कार्य की सराहना करते हुए इसका दायरा बढ़ाकर जनजाति के समग्र विकास पर कार्य करने को कहा। उन्होंने इसके लिए जनजाति की आय वृद्धि हेतु साधनों पर ध्यान देने, स्वास्थय शिविर लगवाकर उनके बच्चों और महिलाओं का चेकअप करवाने और चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाने, जनजाति के निवास क्षेत्रों के समीप आंगनवाड़ी केन्द्रों को सशक्त करने जैसे अन्य विविध कार्यों हेतु सुझाव दिया। कृषि विश्वविद्यालय के विशेष कार्यों को भी हाइलाइट करने को कहा, जिसमें पराली के उपयोग एफपीओ का विवरण और लाभों का उल्लेख विशेष रूप से करने को कहा। उन्होंने टीम के सभी सदस्यों को सशक्त प्रस्तुतिकरण बनाने और सुदृढ़ SSR दाखिल करने का निर्देश दिया। बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जाॅनी भी उपस्थित थे।