पटना। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने राष्ट्रीय कमेटी और बिहार इकाई के गठन की घोषणा कर दी है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार विधान परिषद के सदस्य अफाक अहमद खान ने मंगलवार को पार्टी पदाधिकारियों की सूची जारी करते हुए बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने राष्ट्रीय कमेटी का गठन कर दिया है। इस कमेटी में एक उपाध्यक्ष, 22 महासचिव, सात सचिव और एक कोषाध्यक्ष हैं। खान ने बताया कि पूर्व विधायक राजीव रंजन को पार्टी का महासचिव सह प्रवक्ता बनाया गया है।
इसके अलावा राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी, बिहार सरकार में मंत्री संजय झा, लोकसभा सदस्य संतोष कुमार कुशवाहा, गिरधारी यादव, चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, आर.पी.मंडल, विजय कुमार मांझी, पूर्व केंद्रीय मंत्री दसई चौधरी, पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह, भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी, कहकशां परवीन, रामकुमार शर्मा, धनंजय सिंह, पूर्व विधान पार्षद कमर आलम, विधान पार्षद हरिशचंद्र पाटिल, अफाक अहमद, पूर्व विधायक सुनील कुमार उर्फ इंजीनियर सुनील के अलावा हर्षवर्धन सिंह और राज सिंह मान को महासचिव बनाया गया है। वहीं, विधान पार्षद रविंद्र प्रसाद सिंह और पूर्व विधायक विद्यासागर निषाद के अलावा राजीव रंजन प्रसाद, संजय वर्मा, अनूप पटेल, दयानंद राय और संजय कुमार को सचिव तथा लोकसभा के सदस्य डॉ. आलोक कुमार सुमन को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
इस बार की सूची में के. सी. त्यागी का नाम नहीं है। त्यागी ने हालांकि इस बारे में कहा है कि वह 48 वर्ष की राजनीति में लंबे समय तक इस पद पर रहे हैं और उन्होंने ही खुद इस पद की जिम्मेवारी से मुक्त करने का आग्रह किया था। इस बीच बिहार जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने भी 251 सदस्यीय प्रदेश पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की है, जिसमें 20 उपाध्यक्ष, 105 महासचिव, 114 सचिव, 11 प्रवक्ता और एक कोषाध्यक्ष बनाये गए हैं। कुशवाहा ने बताया कि इस कमेटी में जदयू में लंबे समय से पार्टी की एकता और मजबूती के लिए निरंतर कार्य करने वाले अनुभवी नेताओं के साथ-साथ युवा साथियों का भी ख्याल रखा गया है।
मुख्यमंत्री एवं पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार सभी वर्गो के उत्थान और समान अवसर प्रदान करने के लिए सदैव प्रयासरत रहे हैं और उन्हीं की सोच एवं विचाराधारा को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना पार्टी का उद्देश्य है। इसको ध्यान में रखते हुये कमेटी में समाज के कमजोर वर्ग क्रमशः अनुसूचित जाति, अत्यंत पिछडे़ वर्ग, पिछड़े वर्गों को मजबूत भागीदारी देने के साथ-साथ सवर्णों एवं अल्पसंख्यकों का भी पूरा ख्याल रखा गया है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा और वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मेहनतकश पार्टी के साथियों को कार्य करने का मौका दिया गया है। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि नई टीम पूरी निष्ठा एवं मजबूती के साथ संगठन को नई ऊर्जा प्रदान करेगी। (वार्ता)