उमेश तिवारी
नौतनवा/महराजगंज । महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच की पुलिस नागपुर में एक फाइनेंस कंपनी में 23 साल पुराने करोड़ों रुपए के घोटाला में फरार चल रहे । आरोपित शमीम मुजफ्फर रहमान की तलाश में रविवार को नौतनवा पहुंची। महाराष्ट्र के न्यायालय ने आरोपित को भगोड़ा घोषित किया है। कोर्ट से जारी आदेश को महाराष्ट्र पुलिस नौतनवा थाना के गेट के अलावा कस्बे के कई सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा की। बताते चलें कि महाराष्ट्र के नागपुर में फाइनेंस नाम की एक कंपनी के खिलाफ वर्ष 1999 में करोड़ों रुपए के घोटाला में मुकदमा दर्ज है। मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से जांच पुणे की क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक फाइनेंस कंपनी का एक जिम्मेदार नौतनवा का रहने वाला है। उसकी तलाश में पुलिस टीम कई बार नौतनवा आ चुकी है, लेकिन अभी तक वह गिरफ्तार नहीं हो सका है। महाराष्ट्र की स्थानीय अदालत आरोपित को भगोड़ा घोषित कर चुकी है। कोर्ट का आदेश लेकर रविवार को महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच की टीम नौतनवा पहुंची।
टीम के साथ आए महाराष्ट्र के पुणे क्राइम ब्रांच के DSP संजय हारूगड़े ने बताया कि नागपुर की सेशन कोर्ट ने आरोपी को भगोड़ा घोषित किया है। जिसकी तलाश में नौतनवा पहुंचकर सार्वजनिक जगहों पर आरोपी का डिटेल नोटिस चस्पा किया गया है। उन्होंने बताया कि फाइनेंस कंपनी ने 1999 में नागपुर में बड़ी संख्या में लोगों से करोड़ों रुपया जमा कराया। जमाकर्ताओं को आश्वासन दिया गया था कि एक साल में जमा धनराशि का चार गुना भुगतान किया जाएगा। समय सीमा पूरा होने के बाद जमाकर्ता भुगतान के लिए कंपनी के जिम्मेदारों पर दबाव बनाने लगे।
उसी दौरान कंपनी के दफ्तर में ताला लगाकर जिम्मेदार फरार हो गए। पैसा जमा करने वाले लोगों ने कंपनी के अहम पद पर कार्यरत शमीम मुजफ्फर रहमान के खिलाफ करोड़ों रुपए स्कैम के आरोप में केस दर्ज कराया। नागपुर पुलिस की जांच के बाद विवेचना पुणे क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी गई। महाराष्ट्र पुलिस कई बार आरोपी के नौतनवा पते पर तलाश करने पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। सेशन कोर्ट ने कुछ दिन पूर्व आरोपी को भगोड़ा घोषित कर दिया । जिसको लेकर महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच की टीम नौतनवा थाने पहुंची। इस संबंध में नौतनवा थानाध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह का कहना है कि महाराष्ट्र की क्राइम ब्रांच की टीम नौतनवा कस्बा में रहने वाले आरोपित शमीम मुजफ्फर रहमान की तलाश में आई थी । मामले की जांच के लिए टीम लगाई गई है। कोर्ट द्वारा जारी आरोपी के भगोड़े होने के रिपोर्ट की सूची सार्वजनिक जगह पर चस्पा करा दिया गया है।