लखनऊ। आज के समय में लोग एक दूसरे से जुड़े रहने के लिए सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा निर्भर हो गए हैं। अगर युवाओं की बात करें तो कहीं न कहीं उनके लिए सोशल मीडिया की लत खतरे के रूप में सामने आ रही है। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार युवाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति को बढ़ाने में सोशल मीडिया का योगदान है।
पिछले कुछ सालों में 18 साल से कम उम्र के बच्चों द्वारा सोशल मीडिया का इस्तेमाल काफी बढ़ा है। यह भी माना जा रहा है कि सोशल मीडिया की वजह से उनमें डिप्रेशन और खुदकुशी की भावना भी बढ़ गई है। भारत में पिछले एक दशक में जिस तरह से बच्चों द्वारा सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ा है, उसी तरह उनमें आत्महत्या की दर भी बढ़ी है। (BNE)