नौ बाइक व फर्जी दस्तावेज बरामद
ए अहमद सौदागर
लखनऊ चोरी की मोटरसाइकिलों के मालिकों के नाम से अपनी फोटो लगाकर धोखा करके ओलेक्स एप के माध्यम से बेचने वाले गिरोह का राजफाश अलीगंज, क्राइम व सर्विलांस की संयुक्त टीम ने गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। पुलिस को पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर चोरी की नौ मोटरसाइकिलें, पांच चाभी, दस सिम कार्ड, दो आरसी व चार फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए हैं। पुलिस उपायुक्त उत्तरी कासिम आब्दी के मुताबिक काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि एक दो पहिया वाहन गैंग है जो मोटरसाइकिलों को चोरी करने के बाद फर्जी दस्तावेज के जरिए ओलेक्स एप के माध्यम से लखनऊ सहित आसपास के जिलों में बेचते हैं। उन्होंने बताया कि इस सूचना पर गिरोह के सदस्यों की गर्दन तक पहुंचने के लिए सहायक पुलिस आयुक्त अलीगंज आशुतोष कुमार के निर्देशन और इंस्पेक्टर अलीगंज दीपक कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में क्राइम व सर्विलांस टीम को लगाया गया। अफसरों का फरमान जारी होते ही डीसीपी उत्तरी की क्राइम टीम और सर्विलांस टीम अलीगंज पुलिस के साथ मिलकर क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान शुरू किया।
इंस्पेक्टर अलीगंज दीपक कुमार पाण्डेय ने बताया वह दल बल के साथ चेकिंग कर रहे थे कि इसी दौरान मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि एक शख्स चोरी की बाइक पर सवार होकर बंधा रोड से लेकर सीतापुर रोड की तरफ आ रहा है। इस सूचना पर पुलिस टीम सक्रिय हुई और मौके पर पहुंच घेरेबंदी कर गिरोह के एक सदस्य को धरदबोचा। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है और पूछताछ में अपना नाम सिद्धार्थनगर जिले गलौहरा थानाक्षेत्र स्थित मझबन खुर्द गांव निवासी प्रवीण कुमार चौरसिया बताया। बताया गया कि पकड़ा गया आरोपी गुडंबा क्षेत्र के कल्याण पुर में किराए के मकान में रहता है। इससे पहले भी कई घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार किया है। पुलिस के मुताबिक पकड़ा गए बदमाश ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि इनका एक संगठित गिरोह है जो मोटरसाइकिल चोरी करने के बाद उक्त बाईकों के रजिस्ट्रेशन नंबर जिस शख्स के नाम अंकित होता है उस व्यक्ति के नाम पता का फर्जी आधार कार्ड एप के माध्यम बनाने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि उस पर अपनी फोटो लगाकर वाहनों को बेच देते हैं। डीसीपी उत्तरी कासिम आब्दी का कहना है कि इस गिरोह में कितने लोग और शामिल हैं इसके बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।