आज देशभर में दशहरे का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है है। ये त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। आज के दिन पान खाने की भी परंपरा है। आइए जानें आज के दिन पान क्यों खाया जाता है और क्या है इसका महत्व। क्यों खाया जाता है पान ऐसा माना जाता है कि पान के पत्ते को सम्मान, प्रेम और जीत का प्रतीक माना जाता है। इसलिए रावण दहन के बाद पान खाया जाता है। ये सत्य की जीत की खुशी को व्यक्त करता है। इसके अलावा ऐसा माना जाता कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षक का वध किया था। इसलिए लोग पान खाकर खुशी मनाते हैं। दशहरे के दिन भगवान हनुमान की पूजा भी की जाती है।
इस दिन हनुमान जी को पान का बीड़ा अर्पित करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इससे भक्तों की सभी परेशानियां दूर होती हैं। भगवान बजरंगबली प्रसन्न होते हैं। इस दिन रक्षा स्तोत्र और सुंदरकांड आदि का पाठ भी किया जाता है। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। स्वास्थ्य संबंधित समस्या रहती हैं दूर शारदीय नवरात्रि के बाद मौसम में बदलाव आता है। संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा काफी बढ़ जाता है। ऐसे में पान खाने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। ये इम्युनिटी को बढ़ाने का काम करता है। ये संक्रामक रोगों से हमारा बचाव करता है।
इसके अलावा बहुत से लोग नवरात्रि के नौ दिन उपवास रखते हैं। उपवास के बाद अन्न ग्रहण किया जाता है। इस कारण पाचन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में पान खाने से पाचन प्रक्रिया सही रहती है। पान खाने के अन्य फायदे पान के पत्तों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। ये दांतों के दर्द से राहत दिलाते हैं। ये कब्ज की समस्या को दूर करते हैं। इसमें एनाल्जेसिक गुण होते हैं। ये सिरदर्द की समस्या से राहत दिलाते हैं। ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखते हैं। इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। ये गठिया की समस्या से राहत दिलाते हैं। ये माउथ फ्रेशनर के रूप में भी काम करते हैं। (BNE)