पुलिस ने हत्यारोपी को किया गिरफ्तार
राजेश जायसवाल
महराजगंज। नौतनवा-ठूठीबारी मार्ग पर पुरैनिहा गांव के पास सोमवार की रात करीब साढ़े दस बजे एक टैक्सी चालक की कैंची से प्रहार कर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान श्रवण पाठक निवासी कोल्हुई के रूप में हुई। हत्यारा मौके से फरार हो गया। नौतनवा पुलिस ने टैक्सी (कार) व शव को कब्जे में लें लिया था। पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ देर रात घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की जांच व हत्यारे को पकड़ने के लिए पुलिस टीम को लगा दिया।पुलिस की तत्परता से महज 12 घंटे में ही मंगलवार को सुबह हत्यारोपी को भारत- नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया। घटना स्थल के आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि सोमवार देर रात को नौतनवा से ठूठीबारी की तरफ एक कार धीमी गति से चलते हुए सड़क किनारे खड़ी हो गई।इसी बीच कार से लहूलुहान चालक मुझे बचाओ -मुझे बचाओ चिल्लाते हुए बाहर निकला। कार के भीतर से एक अन्य व्यक्ति भी कार से बाहर निकला जो अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकला। चालक लहूलुहान अवस्था में अचेत हो गया। मौके पर ग्रामीण जुटने लगे।
किसी ने पुलिस को खबर कर दी। थोड़ी देर में वहां पुलिस भी पहुंच गई। बेसुध चालक को अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसपी डा.कौस्तुभ का कहना है कि कार से एक बैग, हमले में प्रयुक्त कैंची व कुछ आई डी कार्ड बरामद हुए हैं। मामले की जांच व खुलासे के लिए पुलिस टीमें लगा दी गयी थी । पुलिस की तत्परता से चालक की हत्या मामले में पुलिस ने 12 घंटे के भीतर घटना का खुलासा करते हुए हत्यारोपित को पकड़ लिया। पकड़े गए हत्यारोपी की पहचान नेपाल के रूपनदेही जिला के कोटही माई गांव पालिका के वार्ड तीन नौडियहवा निवासी सुदामा चौधरी के रूप में हुई। हत्यारोपित की पहचान टैक्सी में मिले बैग व पहचान पत्र के आधार पर हुई।
पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ ने बताया कि सुदामा ने गोरखपुर से टैक्सी चालक श्रवण पाठक से 1300 रुपये में नौतनवा तक के लिए टैक्सी बुक की। रास्ते में चालक ने सुदामा के सफेद पहनावे पर टिप्पणी कर दी, जिस पर सुदामा ने चालक की हत्या करने का मन बना लिया। रास्ते में 350 रुपये की कैंची खरीदी। फिर रास्ते में कैंची के दोनों हिस्सों को अलग कर दिया। चालक इस बात से अंजान था। फिर सुदामा ने टैक्सी चालक को नौतनवा से ठूठीबारी मार्ग की ओर चलने को कहा। मार्ग को सूनसान देख सुदामा ने चालक पर हमला बोल दिया। टैक्सी चालक पर हमले को अंजाम देने के बाद सुदामा अपना बैग टैक्सी में छोड़ अपने घर नेपाल भाग रहा था। वह पैदल ही हरदी डाली तक पहुंचा था। लेकिन उसकी तलाश में जुटे थानाध्यक्ष सोनौली महेंद्र कुमार यादव, प्रभारी निरीक्षक नौतनवा सुनील कुमार राय, स्वाट प्रभारी उमेश कुमार, एसओजी प्रभारी स्वतंत्र कुमार सिंह ने उसे हरदी डाली के मुर्दहिया घाट के पास पकड़ लिया।