पुलिस ने शव का पता लगाने के लिए एसडीआरएफ से मांगी मदद
फिरौती के लिए किया था अपहरण
पड़ोसी सहित चार आरोपित गिरफ्तार
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। चिनहट के सनातन नगर कॉलोनी निवासी मार्केटिंग इंस्पेक्टर धीरेन्द्र पांडेय के चार वर्षीय मासूम बेटे राम पांडेय की तरह दुबग्गा पुलिस भी अगवा जमीन कारोबारी 18 वर्षीय विशाल गौतम को बचा नहीं सकी। सात दिन से जांच पड़ताल का दावा कर रही पुलिस विशाल को बचा नहीं सकी। सर्विलांस से लेकर मुखबिर तंत्र तक सभी कवायदें अपहरणकर्ताओं के आगे घुटने टेक गई। एक करोड़ की फिरौती की मांग पूरी न होने पर बदमाशों गला दबाकर मौत की नींद सुलाने के बाद शव सीतापुर जिले के भटपुरा स्थित नदी में फेंक दिया। छानबीन में जुटी पुलिस इस सनसनीखेज मामले का राजफाश कर चार लोगों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की हो, लेकिन कड़वा सच यही है कि यह घटना भी लखनऊ पुलिस के गिरते इकबाल की गवाह है। विशाल गौतम हत्याकांड में एक पड़ोसी शामिल है।
पूरे घटनाक्रम पर एक नजर
सनद रहे कि दुबग्गा थानाक्षेत्र स्थित जेहटा निवासी जमीन कारोबारी 18 वर्षीय विशाल गौतम को बदमाशों ने बीती 25 सितंबर 2022 को अगवा कर घरवालों से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। गुमशुदगी दर्ज कर हाथ पर हाथ धरे बैठी दुबग्गा पुलिस उस समय सकते में आई, जब अपहरणकर्ताओं ने परिवारी जनों से फिरौती की मांग की। डीसीपी दक्षिणी के मुताबिक मोबाइल फोन को ट्रेस किया गया तो जेहटा निवासी राजेश अपने तीन साथियों धीरज, माल निवासी मुकेश व आशीष के साथ मिलकर चार पहिया वाहन से अगवा किया है। उन्होंने बताया कि इस सूचना पर सर्विलांस सेल की मदद से चारों अपहरणकर्ताओं को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो बताया कि वे लोग विशाल की गला दबाकर मौत की नींद सुलाने के बाद शव को सीतापुर जिले के भटपुरा स्थित नदी में फेंक दिया है। पुलिस ने चारों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि इस एसडीआरएफ की मदद से शव की तलाश की जा रही है। पुलिस मृतक की बुलेट और घटना में इस्तेमाल चार पहिया वाहन बरामद कर लिया है।