नौकरी दिलाने के नाम बेरोजगारों से करता था ठगी
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। खुद को पुलिस विभाग का इंस्पेक्टर बताकर बेरोजगारों को नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले हाईटेक जालसाज को साइबर क्राइम टीम ने नाका पुलिस की मदद से शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस को पकड़े गए ठग के पास से तीन स्टार लगी खाकी वर्दी, एक नक़ली पिस्टल, एक प्रांतीय रक्षक दल का आईकार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। एक पीड़ित शख्स नाका थाने में तहरीर देकर बताया कि उसकी बहन शाहीन, निशा साधना व रूबीना पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की खोज में थीं कि इसी दौरान देवरिया जिले के हरैया भटनी दादन थाना रामपुर कारखाना निवासी जमील अहमद की एक रानी नाम की महिला से मुलाकात हुई और कहा कि जमील अहमद साहब पुलिस विभाग में बतौर इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और इनकी पैठ सरकारी विभागों में अच्छी है। शातिराना दिमाग वाली रानी के झांसे में आकर तीनों बेरोजगार लड़कियां अपनी गाढ़ी कमाई ठगों के हाथों में थमा दिया।
बाद में बेरोजगार लड़कियों को एहसास हुआ कि वह जिसे इंस्पेक्टर समझ रहीं थीं वह हाईटेक जालसाज है। इस सूचना पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर खुद को इंस्पेक्टर बताने वाले हाईटेक जमील अहमद को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि पकड़ा गया शातिर ठग जमील अहमद ने पूछताछ में बताया कि वह कुछ दिनों तक खाड़ी देश में नौकरी किया और नौकरी छूटने के बाद घर पर कुछ दिनों तक रहने के बाद लखनऊ में दाखिल हुआ और पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालना शुरू कर दिया। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी इंस्पेक्टर को धरदबोचा।